
ST.News Desk

कांग्रेस पार्टी ने ‘वोट चोरी’ के मुद्दे पर अपना अभियान तेज करते हुए रविवार को दिल्ली के रामलीला मैदान में एक बड़ी महा रैली का आयोजन किया। रैली को संबोधित करते हुए कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने भाजपा सरकार और चुनाव आयोग पर जोरदार हमला बोला तथा सरकार पर लोकतंत्र को कमजोर करने के गंभीर आरोप लगाए।
संसद में जनता के मुद्दों से भाग रही है सरकार
प्रियंका गांधी ने कहा कि जब संसद में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन और वोट चोरी जैसे अहम मुद्दे उठाए, तो मोदी सरकार ने चर्चा से साफ इनकार कर दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार ने कहा कि पहले ‘वंदे मातरम्’ पर चर्चा होगी, उसके बाद वोट चोरी पर बात की जाएगी।
प्रियंका गांधी ने कहा, “हम सदन में ‘वंदे मातरम्’ पर चर्चा करते रहे, लेकिन मोदी सरकार में जनता के असली मुद्दों पर बात करने की हिम्मत नहीं दिखाई।”
बीजेपी की ‘वॉशिंग मशीन’ पर तंज
कांग्रेस महासचिव ने भाजपा पर दबाव की राजनीति करने का आरोप लगाते हुए कहा कि पिछले आम चुनाव में विपक्षी मुख्यमंत्रियों को जेल में डाला गया, कांग्रेस का बैंक अकाउंट बंद कर दिया गया और बेबुनियाद आरोप लगाए गए।
उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा, “जिन लोगों का दिल कमजोर था, वे भाजपा में शामिल हो गए। जैसे-जैसे लोग भाजपा में जाते गए, भाजपा की ‘वॉशिंग मशीन’ में धुलकर साफ होते चले गए।”
चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर सवाल
प्रियंका गांधी ने चुनाव आयोग पर तीखा हमला बोलते हुए कहा, “मैं चुनौती देती हूं कि भाजपा एक बार बैलेट पेपर पर निष्पक्ष चुनाव लड़ ले। ये कभी नहीं जीत पाएंगे, और ये बात भाजपा भी जानती है।”
उन्होंने कहा कि आज भाजपा को चुनाव आयोग की जरूरत है, क्योंकि उसके बिना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चुनाव नहीं जीत सकते। उन्होंने चुनाव आयोग के तीन अधिकारियों—ज्ञानेश कुमार, सुखबीर सिंह संधू और विवेक जोशी—का नाम लेते हुए कहा कि देश इन्हें कभी नहीं भूलेगा। प्रियंका गांधी ने आरोप लगाया कि इन अधिकारियों ने लोकतंत्र पर हमला किया है और इतिहास में पहली बार ऐसा हो रहा है जब पूरा विपक्ष चुनाव आयोग पर भरोसा नहीं कर रहा।
महंगाई, बेरोजगारी और महिला सुरक्षा पर सरकार विफल
प्रियंका गांधी ने मोदी सरकार पर महंगाई, बेरोजगारी और महिला सुरक्षा जैसे जरूरी मुद्दों पर संसद में चर्चा न करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि सरकार हर मोर्चे पर विफल साबित हुई है।
उन्होंने आरोप लगाया कि डॉलर के मुकाबले रुपये की कीमत 90 के करीब पहुंच गई है, विदेश नीति असफल हो चुकी है, युवा पेपर लीक से परेशान हैं और देश की संपत्तियां अडानी-अंबानी को सौंपी जा रही हैं। इसके साथ ही उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री कार्यालय से जुड़े एक व्यक्ति ने बेटिंग ऐप घोटाले किए हैं, लेकिन इन गंभीर मुद्दों पर भी संसद में चर्चा नहीं हो रही।
प्रियंका गांधी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी लोकतंत्र और संविधान की रक्षा के लिए सड़क से संसद तक संघर्ष जारी रखेगी।

