
हैदर अली
रोहतास ब्यूरो (संचारटाइम्स.न्यूज)

आज अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर गोपाल नारायण सिंह विश्वविद्यालय, देव मंगल सभागार में एक विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें अनुमंडल न्यायालय डेहरी की न्यायिक पदाधिकारी श्रीमती अर्चना कुमारी ने मुख्य अतिथि के रूप में महिला सशक्तीकरण और आत्मनिर्भरता के महत्व पर अपने विचार व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि “देश और समाज के विकास में महिलाओं का महत्वपूर्ण योगदान है और महिलाओं के बिना इस सृष्टि की कल्पना नहीं की जा सकती।” उन्होंने यह भी कहा कि आज पूरी दुनिया में महिलाओं की आत्मनिर्भरता में वृद्धि हो रही है, जिससे चारों ओर विकास का दौर जारी है।

श्रीमती अर्चना कुमारी ने अपने निजी जीवन की घटनाओं को साझा करते हुए बताया कि कम उम्र में विवाह होने के बावजूद उन्होंने अपने सपनों को कभी टूटने नहीं दिया। विधि विज्ञान में स्नातक की पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्हें न्यायिक सेवा में आने का अवसर मिला, और यह अनुभव अन्य महिलाओं के लिए प्रेरणास्त्रोत बन सकता है।

इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि के रूप में अंकोढीगोला प्रखंड की अंचलाधिकारी सुश्री निधि ज्योत्सना ने भी महिलाओं और छात्राओं को संबोधित किया। उन्होंने कहा, “यह जीवन ही संघर्ष है, खासकर महिलाओं के लिए, लेकिन हमें कभी हार नहीं माननी चाहिए और अपने उद्देश्यों की प्राप्ति से कोई समझौता नहीं करना चाहिए।”
कार्यक्रम की अध्यक्षता मैडम कुलाधिपति श्रीमती शैल सिंह ने की, और अतिथियों का स्वागत प्रतिकुलपति डॉक्टर प्रोफेसर जगदीश सिंह ने किया। धन्यवाद ज्ञापन संस्थान के सचिव गोविंद नारायण सिंह ने किया।

गोपाल नारायण सिंह, कुलाधिपति और पूर्व सांसद, ने भी इस अवसर पर संबोधन दिया और कहा कि “अपने संस्कार और संस्कृति की रक्षा महिलाओं के हाथों में ही निहित है। भारत अनादिकाल से महिलाओं की पूजा करता आया है और उनका सम्मान करता रहा है। जहां महिलाओं का सम्मान होता है, वहां देवता निवास करते हैं।”
इस कार्यक्रम में प्रबंध निदेशक त्रिविक्रम नारायण सिंह, विश्वविद्यालय के संकाय अध्यक्ष, वरिष्ठ शिक्षक, छात्र-छात्राएं, परीक्षा नियंत्रक डॉक्टर कुमार आलोक प्रताप, सहायक कुल सचिव मिथिलेश कुमार सिंह, शैक्षणिक निदेशक सुदीप कुमार सिंह, डॉक्टर संगीता कुमारी, डॉक्टर आकांक्षा, निरुपमा सिंह, डॉक्टर मोनिका सिंह सहित अन्य गणमान्य लोग भी उपस्थित थे।
इस कार्यक्रम ने महिलाओं के योगदान को सम्मानित करने के साथ-साथ उन्हें अपने लक्ष्यों के प्रति और अधिक प्रेरित किया, ताकि वे अपनी यात्रा में आगे बढ़ते हुए समाज और देश के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकें।
