
हैदर अली, संचार टाइम्स ब्यूरो रोहतास

शुक्रवार को सासाराम जिला मुख्यालय में ईद-ए-मिलाद-उन-नबी का पर्व धार्मिक उत्साह और भाईचारे के साथ मनाया गया। पैगंबर हजरत मुहम्मद साहब के जन्मदिवस पर निकाले गए भव्य जुलूस में न सिर्फ मुस्लिम समुदाय के लोग, बल्कि हिंदू, सिख और अन्य धर्मों के लोग भी शामिल होकर आपसी सद्भाव और शांति का संदेश देते नजर आए।
इस जुलूस का आयोजन अंजुमन फलाहुल मुस्लिमीन संगठन के तत्वावधान में किया गया। संगठन के प्रभारी पदाधिकारी मतीन सासारामी ने बताया कि यह जुलूस भाईचारे और अमन का प्रतीक है। उन्होंने कहा, “यह कोई धार्मिक प्रदर्शन नहीं, बल्कि इंसानियत और मेल-जोल का पैगाम है।”
उन्होंने आगे बताया कि इस वर्ष का जुलूस पैगंबर मुहम्मद साहब के 1500वें जन्मदिवस के अवसर पर निकाला गया है। उन्होंने याद दिलाया कि पैगंबर साहब ने हमेशा समानता, करूणा और इंसानियत की बात की और बड़े-छोटे, अमीर-गरीब, काले-गोरे के बीच की दीवारों को गिराने का संदेश दिया। प्रशासन की ओर से सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए थे ताकि आयोजन शांतिपूर्ण और सुव्यवस्थित ढंग से संपन्न हो। पूरे जुलूस मार्ग पर पुलिस बल की तैनाती रही और नगरवासियों ने भी आयोजन में बढ़-चढ़कर सहयोग किया।
इस आयोजन ने एक बार फिर सासाराम की गंगा-जमुनी तहजीब और सांप्रदायिक सौहार्द की मिसाल पेश की।
