
प्रदीप कुमार सिंह
लखनऊ ब्यूरो (sanchartimes.news)

भारत सरकार के IndiaAI मिशन को साकार करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल करते हुए, द अप्रेंटिस प्रोजेक्ट (TAP) ने माइक्रोसॉफ्ट इंडिया के सहयोग से लखनऊ में ‘उत्सव 2025’ का आयोजन किया। इस कार्यक्रम में लखनऊ और वाराणसी के सरकारी स्कूलों के छात्रों द्वारा प्रस्तुत 50 से अधिक एआई-सक्षम नवाचारों की प्रदर्शनी लगाई गई।

TAP द्वारा विकसित एआई-आधारित शैक्षणिक प्लेटफ़ॉर्म TAP Buddy के माध्यम से 10,000 से अधिक छात्रों को कोडिंग और वित्तीय साक्षरता जैसे मूलभूत कौशल सिखाए गए। यह पहल राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुरूप डिज़ाइन की गई है, जिसमें छात्रों ने इंटरैक्टिव मॉड्यूल्स और एआई-सहायता से अपनी सीखने की यात्रा तय की।
मुख्य अतिथियों में श्री विष्णुकांत पांडेय (ASPD, माध्यमिक शिक्षा विभाग) और श्री राजकुमार (प्रमुख, क्वालिटी सेल, RMSA) शामिल रहे, जबकि माइक्रोसॉफ्ट इंडिया के श्री गुंजन पटेल (डायरेक्टर व प्रमुख, एआई स्किल्स) ने वर्चुअल माध्यम से भाग लिया।
श्री पांडेय ने कहा, “एआई तेजी से दुनिया को बदल रहा है। ऐसे में शिक्षकों और छात्रों दोनों को एआई के साथ तालमेल बैठाकर अपनी क्षमताओं को बढ़ाना होगा। TAP जैसी संस्थाएं, जो शिक्षकों, छात्रों और टेक कंपनियों को साथ लाती हैं, वास्तव में एक वरदान हैं।”
कार्यक्रम में “नई शिक्षा, नई सोच: उत्तर प्रदेश के छात्रों को जीवन और कार्य के लिए तैयार करना” विषय पर एक पैनल चर्चा भी आयोजित की गई, जिसमें शिक्षाविदों और नीति निर्माताओं ने समावेशी शिक्षा के भविष्य पर विचार साझा किए।
TAP की को-फाउंडर मोनिका पेसवानी ने बताया, “TAP Buddy केवल कोडिंग या पैसों का गणित नहीं सिखाता, बल्कि सोचने का एक तरीका सिखाता है, जो छात्रों को दीर्घकालिक सफलता के लिए तैयार करता है।”
अब यह पहल 2025-26 शैक्षणिक सत्र में उत्तर प्रदेश के 17 जिलों में विस्तारित की जा रही है, जिससे 1.5 लाख से अधिक छात्र और 5,000 शिक्षक लाभान्वित होंगे। TAP Buddy में GPT-3.5 के साथ एक बहुभाषी चैटबॉट एकीकृत है, जो STEM, कला और वित्तीय साक्षरता को स्थानीय भाषाओं में उपलब्ध कराता है, जिससे शिक्षा सभी के लिए सुलभ हो सके।
TAP अब छात्रों की संज्ञानात्मक क्षमताओं का मूल्यांकन करने के लिए एक एआई-संचालित प्लेटफ़ॉर्म भी शुरू कर रहा है, जो परियोजनाओं का विश्लेषण कर छात्रों को डेटा आधारित फीडबैक देगा और उनके समस्याओं को सुलझाने की क्षमता को निखारेगा।
