
ST.News Desk : पश्चिम चंपारण के बगहा अनुमंडल अंतर्गत चौतरवा थाना क्षेत्र के लक्ष्मीपुर गांव में एक बेहद चौंकाने वाली और डरावनी घटना ने पूरे इलाके को दहशत में डाल दिया है। गांव के अंतिम छोर पर स्थित विनोद यादव के घर से बीते तीन दिनों में 60 से अधिक कोबरा सांप निकाले गए हैं। घटना के बाद गांव में दहशत के साथ-साथ कई तरह की चर्चाएं भी शुरू हो गई हैं।

विनोद यादव का कहना है कि बीते कुछ दिनों से रात के समय घर में सांपों की हलचल महसूस हो रही थी। शुरुआत में उन्होंने इसे सामान्य मानकर अनदेखा कर दिया, लेकिन जब यह रोज का सिलसिला बन गया, तो परिवार के होश उड़ गए। ग्रामीणों को सूचना दी गई, जिन्होंने मिलकर घर की तलाशी शुरू की।
सांपों का अड्डा बना घर का फर्श
जांच करने पर पता चला कि घर के फर्श के नीचे एक बड़ा बिल है, जिसमें कोबरा सांपों का एक पूरा झुंड रह रहा था। स्थानीय सर्प विशेषज्ञों और नाग पकड़ने वालों की मदद से 3 दिनों की मशक्कत में 60 से अधिक कोबरा सांपों को सुरक्षित निकाला गया और जंगल में छोड़ा गया। हालांकि, अभी भी स्थानीय लोगों को आशंका है कि कुछ सांप अब भी बिल में छिपे हो सकते हैं। डर के माहौल के कारण विनोद यादव ने अपने बच्चों को रिश्तेदारों के घर भेज दिया है और खुद भी फिलहाल पड़ोस में रह रहे हैं।
गांव में दो तरह की चर्चाएं : इस रहस्यमय घटना ने गांव में दो तरह की प्रतिक्रियाएं पैदा कर दी हैं। एक तरफ लोग इसे खतरनाक और अशुभ घटना मान रहे हैं, तो वहीं दूसरी ओर कुछ ग्रामीण इसे “शिव की लीला” मानकर धार्मिक संकेत के रूप में देख रहे हैं।
सावन के महीने में यह घटना होने के कारण कुछ लोगों का मानना है कि भगवान शिव की कृपा से ही ये सांप यहां आए और विनोद यादव का घर अब “शिवनगरी” जैसा हो गया है।
प्रशासन से मदद की मांग
घटना की खबर फैलते ही लोग विनोद के घर को देखने पहुंच रहे हैं। स्थानीय प्रशासन को भी सूचना दी गई है, लेकिन अब तक कोई पुख्ता कार्रवाई नहीं हुई है। ग्रामीणों ने प्रशासन से अपील की है कि वे मौके पर जाकर स्थिति की जांच करें और बिल को पूरी तरह से सील कराएं।
