जब भी भारत किसी अंतर्राष्ट्रीय मंच का हिस्सा बनता है, वह हमेशा सबसे आगे और प्रमुख स्थान पर होता है
ST.News Desk : भारत की ताकत और कूटनीति का प्रभाव जी20 सम्मेलन से साफ झलकता है। जब भी भारत किसी अंतर्राष्ट्रीय मंच का हिस्सा बनता है, वह हमेशा सबसे आगे और प्रमुख स्थान पर होता है, और इस बार भी जी20 सम्मेलन ने भारत की महत्ता को फिर से दुनिया के सामने ला दिया। एक खास तस्वीर ने इस शक्ति को और स्पष्ट किया, जिसमें अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक साथ बैठे हुए थे और आपस में बातचीत कर रहे थे।
इस दौरान उनके ठीक पीछे भारतीय और अमेरिकी विदेश मंत्री, एस. जयशंकर और एंटनी ब्लिंकन, एक-दूसरे से बात करते हुए नजर आए। दोनों के बीच गहरी बातचीत हो रही थी, जो दोनों देशों के बीच संबंधों की मजबूती और कूटनीतिक सहयोग को दर्शाती है। भारत और अमेरिका के विदेश मंत्रियों के बीच यह संवाद कोई नई बात नहीं है, बल्कि यह रिश्तों की गहराई को दिखाता है। लगातार देखा गया है कि भारतीय पक्ष को अमेरिका के अधिकारियों द्वारा काफी गंभीरता से सुना जा रहा है, और यहां भी ऐसा ही हुआ।
इस बीच, प्रधानमंत्री मोदी ने जी20 शिखर सम्मेलन के दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के साथ संक्षिप्त बातचीत की, जो अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के बाद उनकी पहली मुलाकात थी। प्रधानमंत्री मोदी ने इस मुलाकात की तस्वीर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर पोस्ट की, जिसमें उन्होंने लिखा, “रियो डी जेनेरियो में जी20 शिखर सम्मेलन में राष्ट्रपति जो बाइडन से मिलकर हमेशा खुशी होती है।”
यह तस्वीर और बैठक, भारत और अमेरिका के बीच बढ़ते हुए सहयोग और कूटनीतिक रिश्तों को एक नया आयाम देती है।