
ST.News Desk : भाजपा सांसद रविशंकर प्रसाद ने बुधवार को नेशनल हेराल्ड मामले में कांग्रेस पार्टी द्वारा लगाए गए राजनीतिक प्रतिशोध के आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि सोनिया गांधी और राहुल गांधी इस समय जमानत पर बाहर हैं और उच्च न्यायालयों से उन्हें कोई विशेष राहत नहीं मिली है।

प्रसाद ने कहा, “उन्होंने पूरी कार्यवाही को रद्द करवाने के लिए हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया, लेकिन उन्हें केवल यह राहत मिली कि उन्हें व्यक्तिगत रूप से कोर्ट में पेश नहीं होना पड़ेगा।”
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि गांधी परिवार इस मामले में अब तक संतोषजनक जवाब नहीं दे पाया है, जबकि मामला चार वर्षों से लंबित है। भाजपा नेता ने गांधी परिवार पर नेशनल हेराल्ड जैसे ऐतिहासिक समाचार पत्र को ‘निजी एटीएम’ में बदलने का भी गंभीर आरोप लगाया।
प्रसाद ने यंग इंडिया लिमिटेड को लेकर कहा कि इसे एक धर्मार्थ संगठन बताया गया था, लेकिन न तो कोई दान किया गया और न ही पारदर्शिता बरती गई। उन्होंने दावा किया कि महज 50 लाख रुपये में 90 करोड़ रुपये का कर्ज ट्रांसफर कर हजारों करोड़ की संपत्तियां गांधी परिवार को सौंप दी गईं, जिसे उन्होंने “सफेदपोश अपराध का एक पाठ्यपुस्तक मामला” बताया।
इससे पहले मंगलवार को ईडी ने पीएमएलए के तहत एक आरोपपत्र दायर किया, जिसमें सैम पित्रोदा, सुमन दुबे और कांग्रेस से जुड़ी अन्य संस्थाओं के नाम शामिल हैं। इस मामले की अगली सुनवाई 25 अप्रैल को दिल्ली के राउज एवेन्यू कोर्ट में होनी है।
भाजपा प्रवक्ता सीआर केसवन ने भी रविशंकर प्रसाद का समर्थन करते हुए कहा, “यह इंदिरा गांधी का आपातकाल नहीं है। यह मोदी का भारत है, जहां कोई भी संविधान से ऊपर नहीं है। कांग्रेस अपनी पोल खुलने से डर रही है। अगर छिपाने के लिए कुछ नहीं है, तो डर कैसा?”
