
हैदर अली, संचार टाइम्स ब्यूरो रोहतास

सासाराम विधानसभा से राजद विधायक राजेश गुप्ता ने एनडीए द्वारा आयोजित बिहार बंद को लेकर तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने इसे “सिर्फ एक नाटक और आम जनता के साथ क्रूर मज़ाक” करार दिया। उन्होंने कहा कि यह पहली बार देखा गया है कि केंद्र और राज्य दोनों में सत्ता में रहने के बावजूद एनडीए नेता खुद ही बिहार बंद करवा रहे हैं, जिससे जनता को भारी परेशानी उठानी पड़ी।
विधायक राजेश गुप्ता ने एक निजी कार्यक्रम के दौरान कहा कि बिहार बंद की वजह से सुदूर इलाकों से आए मरीज़ों, स्कूली बच्चों, यात्रियों और बाज़ारों को व्यापक परेशानी हुई। उन्होंने कहा कि एनडीए के इस बंद से स्वास्थ्य, शिक्षा और यातायात जैसी बुनियादी सेवाएं पूरी तरह प्रभावित हुईं।
दरभंगा में वोटर अधिकार यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की माताजी को कथित अपशब्द कहे जाने के मामले पर बोलते हुए राजेश गुप्ता ने कहा कि “माँ किसी की भी हो, माँ होती है”। उन्होंने साफ कहा कि इस घटना में महागठबंधन के किसी भी नेता की कोई भूमिका नहीं है और इसकी निष्पक्ष जांच होनी चाहिए।
विधायक ने कहा कि प्रधानमंत्री किसी एक दल या व्यक्ति विशेष के नहीं होते, बल्कि पूरे देश के होते हैं। उन्होंने अपशब्द कहे जाने की निंदा करते हुए कहा कि माँ को गाली देना उसकी ममता और स्नेह का अपमान है, लेकिन इस घटना के बहाने बिहार बंद कर आम लोगों की ज़िंदगी को रोक देना एक राजनीतिक नौटंकी है।
अंत में उन्होंने दावा किया कि महागठबंधन के बढ़ते जनाधार से एनडीए बौखला गया है, और इसी बौखलाहट में वे ऐसे हथकंडे अपना रहे हैं।
