
ST.News Desk, New Delhi : मंगलवार को संसद के मानसून सत्र का दूसरा दिन भी भारी हंगामे की भेंट चढ़ गया। लोकसभा और राज्यसभा दोनों सदनों में विपक्षी दलों ने बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) के मुद्दे पर जमकर विरोध किया और सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। इसके चलते दोनों सदनों की कार्यवाही स्थगित कर दी गई और अब वे बुधवार, 23 जुलाई को सुबह 11 बजे फिर से शुरू होंगे।

विपक्षी गठबंधन INDIA (इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस) के सांसदों ने संसद परिसर के भीतर और बाहर विरोध प्रदर्शन किया। उनका आरोप है कि बिहार में मतदाता सूची के नाम पर चुनावी धांधली और जनसंख्या पुनर्संरचना का प्रयास किया जा रहा है। विपक्ष ने इस मुद्दे पर तत्काल चर्चा की मांग की, जबकि सरकार का कहना है कि वह चर्चा को तैयार है, लेकिन विपक्ष सदन को चलने नहीं दे रहा।
सरकार ने विपक्ष पर लगाए दोहरे रवैये के आरोप
केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने विपक्ष की रणनीति पर सवाल उठाते हुए कहा, “अगर आप चर्चा चाहते हैं तो हंगामा क्यों कर रहे हैं? सरकार तैयार है, लेकिन आप संसद का समय और जनता का पैसा बर्बाद कर रहे हैं।” रिजिजू ने विपक्ष पर दोहरे मापदंड अपनाने का आरोप लगाया।
उपराष्ट्रपति धनखड़ के इस्तीफे की घोषणा
राज्यसभा में मंगलवार को सभापति जगदीप धनखड़ के इस्तीफे की औपचारिक घोषणा की गई। पीठासीन अध्यक्ष घनश्याम तिवाड़ी ने जानकारी दी कि गृह मंत्रालय ने 22 जुलाई 2025 को संविधान के अनुच्छेद 67(ए) के तहत अधिसूचना जारी कर दी है, जिसमें धनखड़ का इस्तीफा स्वीकार किया गया है। सोमवार रात को उन्होंने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को अपना इस्तीफा सौंपा था।
धनखड़ की अनुपस्थिति में राज्यसभा की कार्यवाही उपसभापति हरिवंश नारायण सिंह ने संभाली। आमतौर पर राज्यसभा की कार्यवाही की शुरुआत धनखड़ करते थे, लेकिन उनके अचानक इस्तीफे के बाद यह जिम्मेदारी अब हरिवंश ने संभाल ली है।
संसद में सिगरेट जब्ती पर भी जानकारी
मंगलवार को लोकसभा में वाणिज्य एवं उद्योग राज्य मंत्री जितिन प्रसाद ने एक लिखित उत्तर में बताया कि सीमा शुल्क और राजस्व खुफिया निदेशालय (डीआरआई) ने जून 2025 तक करीब 3.93 करोड़ अवैध सिगरेट जब्त की हैं। ये कार्रवाई अवैध तंबाकू की बिक्री पर रोक के लिए की गई है।
जहाँ संसद में विपक्ष सरकार पर जनहित के मुद्दों की अनदेखी का आरोप लगा रहा है, वहीं सरकार विपक्ष पर संसद बाधित करने के आरोप लगा रही है। उपराष्ट्रपति धनखड़ के इस्तीफे की औपचारिक घोषणा और उनकी अनुपस्थिति में उच्च सदन का संचालन अब एक नए चरण में प्रवेश कर चुका है। बुधवार को सदन की कार्यवाही फिर से शुरू होने पर यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या कोई समाधान निकलता है या टकराव और बढ़ता है।
