केंद्रीय रेल, संचार, इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने शुक्रवार को बेंगलुरु के कैम्ब्रिज लेआउट में स्थित भारत का पहला 3डी-प्रिंटेड डाकघर राष्ट्र को समर्पित किया। डाकघर, जिसका उद्घाटन केंद्रीय मंत्री ने जनरल पोस्ट ऑफिस भवन से किया था, अपनी समय सीमा से दो दिन पहले- केवल 43 दिनों में पूरा हो गया। इसका निर्माण सिविल इंजीनियरिंग विभाग के भवन प्रौद्योगिकी और निर्माण प्रबंधन प्रभाग के प्रोफेसर मनु संथानम के मार्गदर्शन में आईआईटी मद्रास के तकनीकी सहयोग से लार्सन एंड टुब्रो लिमिटेड द्वारा किया गया था।
मंत्री वैष्णव ने कहा कि बेंगलुरु हमेशा भारत की एक नई तस्वीर पेश करता है। आज आपने इस 3डी-प्रिंटेड डाकघर भवन की जो नई तस्वीर देखी, वही आज के भारत की भावना है। यही वह भावना है जिसके साथ हमारा देश आज प्रगति कर रहा है। अनूठी इमारत के बारे में बोलते हुए, वैष्णव ने कहा कि यह नई निर्माण तकनीक 3डी-कंक्रीट प्रिंटिंग तकनीक के माध्यम से की गई है, जो एक पूरी तरह से स्वचालित भवन निर्माण तकनीक है जिसमें एक रोबोटिक प्रिंटर अनुमोदित डिजाइन और विशेष ग्रेड के अनुसार कंक्रीट की परत-दर-परत जमा करता है। संरचना को मुद्रित करने के लिए परतों के बीच संबंध सुनिश्चित करने के लिए तेजी से कठोर होने वाले कंक्रीट का उपयोग किया जाता है।
मोदी ने क्या कहा
डाकघर की संपूर्ण निर्माण गतिविधि 45 दिन में पूरी की गई। पारंपरिक तरीके से इसे बनाने में लगभग छह से आठ महीने लग जाते। लागत और समय की बचत 3डी-कंक्रीट प्रिंटिंग तकनीक को पारंपरिक भवन निर्माण प्रणाली का एक व्यवहार्य विकल्प बनाती है। वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक्स कर कहा कि कैंब्रिज लेआउट, बेंगलुरु में भारत का पहला 3डी प्रिंटेड पोस्ट ऑफिस देखकर हर भारतीय को गर्व होगा। यह हमारे देश के नवाचार और प्रगति का एक प्रमाण है, यह आत्मनिर्भर भारत की भावना का भी प्रतीक है। उन लोगों को बधाई जिन्होंने डाकघर को पूरा करने के लिए कड़ी मेहनत की है।