हैदर अली
रोहतास ब्यूरो (संचारटाइम्स.न्यूज
भारतीय जनता पार्टी (BJP) के नेता और पूर्व विधायक रामेश्वर चौरसिया ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा बिहार में हुई जातीय गणना को फर्जी बताने पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की। चौरसिया ने कहा कि जो लोग कभी खुद को दलित और पिछड़ों का चैंपियन बताते थे, वही आज जातीय गणना को फर्जी करार दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस बयान से यह साफ हो गया है कि बिहार में इनकी असलियत सामने आ चुकी है, और इसपर कांग्रेस को जवाब देना पड़ेगा।
सासाराम में आयोजित एक प्रेस वार्ता में रामेश्वर चौरसिया ने कहा, “बिहार में जातीय गणना दलितों और पिछड़ों को उनका वाजिब हक दिलाने के लिए की गई थी, ताकि राज्य की विभिन्न जातियों की स्थिति की सही जानकारी मिल सके और सरकार को योजनाएं बनाने में सहूलियत हो। यह गणना बिहार के विकास के लिए महत्वपूर्ण थी और इसे बीजेपी ने विपक्ष में रहते हुए पूरा समर्थन दिया था।”
चौरसिया ने आगे कहा कि बिहार में जातीय गणना कांग्रेस के समर्थन से ही हुई थी, लेकिन अब राहुल गांधी द्वारा इसे फर्जी बताना हास्यास्पद है। उन्होंने कहा, “जातीय गणना को फर्जी बताने से यह स्पष्ट होता है कि कांग्रेस अपनी ही सरकार द्वारा की गई योजनाओं का विरोध कर रही है, और यह दर्शाता है कि उनके भीतर कोई ठोस नीति नहीं है।”
रामेश्वर चौरसिया ने यह भी कहा कि जातीय गणना बिहार के लिए आवश्यक थी और इसे लेकर बीजेपी का रुख हमेशा सकारात्मक रहा है। साथ ही उन्होंने सवाल उठाया कि कांग्रेस अब अपनी ही सरकार के फैसले को क्यों नकार रही है।
इस बयान से बिहार में आगामी चुनावों के मद्देनजर राजनीति गरमा गई है और चौरसिया का यह बयान कांग्रेस के लिए एक बड़ी चुनौती बन सकता है।