आम आदमी पार्टी के लिए एक बड़ी जीत में, सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को चंडीगढ़ मेयर चुनाव के नतीजों को पलट दिया। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के साथ, AAP मेयर पद के उम्मीदवार कुलदीप कुमार, जो मामले में याचिकाकर्ता भी थे, को चुनाव का विजेता घोषित किया गया है। इसको लेकर अरविंद केजरीवाल ने सुप्रीम कोर्ट का आभार व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि कुलदीप कुमार एक गरीब घर का लड़का है। INDIA गठबंधन की ओर से चंडीगढ़ का मेयर बनने पर बहुत बहुत बधाई। ये केवल इंडिया जनतंत्र और माननीय सुप्रीम कोर्ट की वजह से संभव हुआ। हमें किसी भी हालत में अपने जनतंत्र और स्वायत्त संस्थाओं की निष्पक्षता को बचाकर रखना है।
एक अन्य ट्वीट में उन्होंने कहा कि इस कठिन समय में लोकतंत्र को बचाने के लिए SC को धन्यवाद! केजरीवाल ने कहा कि मुझे लगता है कि भारत के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है। हम सुप्रीम कोर्ट को धन्यवाद देते हैं। देश में हालात ऐसे हैं कि तानाशाही चल रही है। लोकतंत्र को कुचला जा रहा है। सभी संस्थाओं को कुचला जा रहा है। उन्होंने कहा कि ऐसे समय में सुप्रीम कोर्ट का ये फैसला लोकतंत्र के लिए बहुत मायने रखता है…ये इंडिया अलायंस की बड़ी जीत है- पहली और बड़ी…हमने उनसे जीत छीन ली है। उन्होंने चुनाव, वोट ‘चोरी’ किये थे। लेकिन हम अंत तक लड़े और अंततः जीत गए। उन्होंने कहा कि जो लोग कहते हैं कि भाजपा को हराया नहीं जा सकता – भाजपा को एकजुटता से, अच्छी योजना और रणनीति और कड़ी मेहनत से हराया जा सकता है। ये नतीजे यही साबित करते हैं।
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान मे कहा कि आख़िरकार सत्य की जीत हुई। चंडीगढ़ में मेयर चुनाव को लेकर सुप्रीम कोर्ट के फैसले का हम स्वागत करते हैं। पीठासीन अधिकारी द्वारा खारिज किए गए 8 वोटों को सही ठहराते हुए CJI ने AAP के कुलदीप कुमार को मेयर घोषित किया। उन्होंने कहा कि बीजेपी द्वारा सरेआम की गई गुंडागर्दी का उन्हें मुंहतोड़ जवाब मिला है। लोकतंत्र की इस बड़ी जीत पर चंडीगढ़वासियों को बहुत-बहुत बधाई।
कुलदीप कुमार ने कहा कि ये सत्य की जीत है. लोकतंत्र को जिंदा रखा है. मैं इसके लिए बहुत आभारी हूं…मैं उन सभी नेताओं और इंडिया एलायंस को धन्यवाद देता हूं जिन्होंने मुझे वोट दिया। भाजपा वैसे ही बेनकाब होगी जैसे यहां बेनकाब हुई थी और हर जगह उसे हार का सामना करना पड़ेगा। 3 AAP पार्षदों के बीजेपी में शामिल होने पर वह कहते हैं, “मुझे उम्मीद है कि वे वापस आएंगे। हो सकता है कि वे गुमराह होकर वहां गए हों। लेकिन वे पार्टी के सच्चे सिपाही थे। शायद वे वापस आएंगे…।”