
इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के बोलने की संभावना जताई जा रही है
ST.News Desk, New Delhi : बुधवार को सामने आई विभिन्न रिपोर्टों के अनुसार, आगामी सप्ताह में संसद के दोनों सदनों में “ऑपरेशन सिंदूर” पर विशेष चर्चा होने की संभावना है। सरकार ने मानसून सत्र के दौरान इस विषय पर चर्चा के लिए कुल 16 घंटे का समय निर्धारित किया है।

बताया गया है कि 28 जुलाई, सोमवार को लोकसभा में चर्चा शुरू होगी, जबकि राज्यसभा में 29 जुलाई, मंगलवार को यह बहस आयोजित की जाएगी। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के बोलने की संभावना जताई जा रही है।
विपक्ष की ओर से मांग की गई है कि प्रधानमंत्री स्वयं इस महत्वपूर्ण विषय पर न केवल संसद को, बल्कि पूरे राष्ट्र को संबोधित करें। विपक्ष का तर्क है कि यह मुद्दा राष्ट्रीय सुरक्षा और विदेश नीति से जुड़ा हुआ है, लिहाजा प्रधानमंत्री की प्रत्यक्ष भागीदारी आवश्यक है। राज्यसभा की बिजनेस एडवाइजरी कमेटी (BAC) की बैठक बुधवार को हुई, जिसमें 29 जुलाई को ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा कराने का निर्णय लिया गया। सूत्रों के मुताबिक, इस पर सभी दलों की आम सहमति बनी है।
यह घटनाक्रम ऐसे समय सामने आया है जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर भारत और पाकिस्तान के बीच युद्धविराम में अपनी भूमिका का दावा किया है। इस पर विपक्ष ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। कांग्रेस ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि ट्रंप पिछले 73 दिनों में 25 बार यह दावा दोहरा चुके हैं, जबकि प्रधानमंत्री मोदी इस पूरे मुद्दे पर “पूरी तरह चुप हैं।” विपक्ष ने यह भी आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री को देश की लोकतांत्रिक संस्थाओं को अस्थिर करने और विदेश यात्राओं में व्यस्त रहने का समय तो है, लेकिन वे संसद में जवाब देने से बचते हैं।
