
डोकुलस लुमस, रेड गन और एंटी-ड्रोन सिस्टम बने आकर्षण का केंद्र
स्वदेशी ड्रोन और एआई आधारित फोरेंसिक मॉडल ने बढ़ाया भारत का मान
डोकुलस लुमस से नकली दस्तावेजों की तुरंत पहचान

पुलिस एक्सपो 2025 का आयोजन नई दिल्ली के प्रगति मैदान में दो दिवसीय कार्यक्रम के रूप में किया गया, जिसमें देश-विदेश की 50 से अधिक सुरक्षा तकनीक कंपनियों ने हिस्सा लिया। इस एक्सपो में मेड इन इंडिया तकनीकों और नवाचारों को केंद्र में रखते हुए सुरक्षा उपकरणों, हथियारों, ड्रोन, दस्तावेज सत्यापन तकनीकों और एआई आधारित समाधानों का प्रदर्शन किया गया। युवा वर्ग, डिफेंस विशेषज्ञों और नीति निर्माताओं ने बड़ी संख्या में भाग लिया। पीएस ओवरसीज की ओर से पहली बार भारत में पेश की गई डोकुलस लुमस मशीन ने दस्तावेज सत्यापन के क्षेत्र में क्रांति की झलक दी।

संचार टाइम्स.न्यूज।
नई दिल्ली। प्रगति मैदान में दो दिवसीय पुलिस एक्सपो 2025 का समापन हो गया। जिसमें देश की हथियार बनाने वाली कई कंपनियों और 25 विदेशी की कंपनियों ने हिस्सा लिया। एक्सपो में मेड इन इंडिया के अत्याधुनिक हथियारों को देखने और उनके बारे में जानने के लिये डिफेंस समेत युवावर्ग काफी उत्साहित दिखाई दिया। एक्सपो में ड्रॉन,बॉर्डर के रॉबर्ट,जवानों के लिये अत्याधुनिक चीजें,हथियार और सीसीटीवी कैमरों को प्रदर्शित किया गया। आयोजकों ने बताया कि पिछले कुछ सालों से मेड इन इंडिया हथियारों की भरमार आई है।

एक्सपो में पीएस ओवरसीज के सीईओ मनोज कुमार सिंह, MD पंकज सहाय समेत अनिल तोमर, प्रेरणा शर्मा और पवन अहलावत समेत अन्य गणमान्य अधिकारी मौजूद रहे। पीएस ओवरसीज के सीईओ मनोज कुमार सिंह ने कहा कि पुलिस एक्सपो 2025 आंतरिक सुरक्षा और जन सुरक्षा में नवाचारों का एक प्रमुख मंच है, और इसमें पीएस ओवरसीज की भागीदारी यह दर्शाती है कि कंपनी भारत और विश्व की एजेंसियों को अगली पीढ़ी के दस्तावेज सत्यापन उपकरणों से सशक्त बनाने के लिए प्रतिबद्ध है।
दस्तावेजों के फर्जीवाड़े को रोकती है डोकुलस लुमस मशीन
इस दो दिवसीय कार्यक्रम में डोकुलस लुमस के वास्तविक जीवन में उपयोग और पीएस ओवरसीज के अन्य सुरक्षा समाधानों का प्रदर्शन किया गया। लाइव डेमो ने सुरक्षा विशेषज्ञों, नीति निर्माताओं और अंतरराष्ट्रीय प्रतिनिधियों का विशेष ध्यान आकर्षित किया। डोकुलस लुमस को पहली बार भारतीय बाजार में लॉन्च किया। यह विश्वस्तरीय दस्तावेज सत्यापन उपकरण है, जिसका व्यापक उपयोग यूरोप और संयुक्त राज्य अमेरिका में नकली दस्तावेजों की तेज और सटीक पहचान के लिए किया जा रहा है।
यह उपकरण नकली दस्तावेजों को कुछ ही सेकंड में पहचान सकता है। चाहे पासपोर्ट हो, पहचान पत्र, विश्वविद्यालय की डिग्री, या प्रॉपर्टी रजिस्ट्रेशन के लिए स्टाम्प पेपर—हमारी प्रणाली तुरंत नकली दस्तावेजों का खुलासा कर देती है। हमारे जैसे विशाल और विविध जनसंख्या वाले देश के लिए यह एक अत्यंत आवश्यक समाधान है। यह एक ही उत्पाद है जो पूरे भारत में और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी—यूरोप और अमेरिका में—प्रयोग में लाया जा रहा है। यह उन्नत तकनीक कानून प्रवर्तन एजेंसियों, इमिग्रेशन विभागों, शैक्षणिक संस्थानों, वित्तीय संगठनों और संपत्ति पंजीकरण कार्यालयों को एक सहज और वास्तविक समय पर दस्तावेज सत्यापन समाधान प्रदान करती है। इसकी तेज पहचान क्षमता इसे राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा ढांचे के लिए अत्यंत उपयोगी बनाती है।
