
ST.News Desk, New Delhi : बिहार के बहुचर्चित गोपाल खेमका हत्याकांड में पहली बड़ी कार्रवाई करते हुए पुलिस ने मुख्य आरोपी विकास उर्फ राजा (29) को मुठभेड़ में मार गिराया है। यह मुठभेड़ मंगलवार तड़के लगभग 2:25 बजे दमरिया घाट के पास हुई, जहां पुलिस की एक टीम गुप्त सूचना के आधार पर छापेमारी करने पहुंची थी। पुलिस के अनुसार, विकास खेमका हत्याकांड में शामिल शूटर उमेश राय के साथ था और अवैध हथियारों के निर्माण व आपूर्ति से जुड़ा हुआ था। अधिकारियों को शक है कि खेमका की हत्या में उपयोग किया गया हथियार भी विकास ने ही उपलब्ध कराया था।

मुठभेड़ का विवरण
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, “जैसे ही पुलिस टीम वहां पहुंची, विकास ने भागने की कोशिश की और फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में वह मारा गया।” इस मुठभेड़ में किसी भी पुलिसकर्मी को चोट नहीं आई है। मौके से एक पिस्तौल और कुछ कारतूस भी बरामद किए गए हैं।
आपराधिक पृष्ठभूमि
पुलिस रिकॉर्ड के मुताबिक, विकास कई गंभीर आपराधिक मामलों में वांछित था और लंबे समय से पुलिस की निगरानी में था। वह भाड़े के हत्यारों से जुड़ा हुआ था और हथियारों की अवैध सप्लाई का नेटवर्क चलाता था।
केस की अब तक की प्रगति
शूटर उमेश राय पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है। एक अन्य व्यक्ति को हिरासत में लिया गया है, जिस पर सुपारी देकर हत्या करवाने का संदेह है। पुलिस सूत्रों के अनुसार, यह हत्या व्यवसायिक रंजिश या पुरानी दुश्मनी का नतीजा हो सकती है। गोपाल खेमका की शुक्रवार सुबह पटना के गांधी मैदान थाना क्षेत्र स्थित उनके घर के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। गौरतलब है कि खेमका के बेटे की भी 7 साल पहले हाजीपुर में हत्या कर दी गई थी।
आगे की कार्रवाई
पुलिस ने बयान में कहा है कि मामले की जांच तेज़ी से जारी है और जल्द ही और गिरफ्तारियां या खुलासे हो सकते हैं। अधिकारियों ने यह भी स्पष्ट किया कि जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ेगी, तथ्यों को सार्वजनिक किया जाएगा।
