समाजसेवी नेक दिल इंसान थे चंद्रदीप राम: राजगृही शर्मा
मिलजुल कर रहने तथा पढ़ने की सलाह देते थे पिताजी : ददन राम
हैदर अली
रोहतास ब्यूरो (संचारटाइम्स.न्यूज)
सहायक अभियंता ददन राम के पिता, स्वर्गीय चन्द्रदीप राम की प्रथम पुण्यतिथि पर एक श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में उनके तैल चित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धा सुमन अर्पित किए गए। इस अवसर पर पयहारी जी के शिष्य राजगृह शर्मा ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि स्वर्गीय चन्द्रदीप राम समाज के सभी वर्गों के सुख-दुख में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते थे। उन्होंने समाज सेवा के साथ-साथ अपने बच्चों को भी संस्कार और शिक्षा का महत्व सिखाया। वे पढ़े-लिखे नहीं थे, लेकिन अपने बच्चों को उच्च शिक्षा दिलाने और उन्हें अधिकारी बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया। वह एक अच्छे कवि भी थे और शायरी में उनकी गहरी रुचि थी।
स्वर्गीय चन्द्रदीप राम के तीन भाई थे, और वह सबसे छोटे थे। उनके परिवार में पांच पुत्र और दो पुत्रियां थीं। उनके बड़े पुत्र ललन राम स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत हैं, दूसरे पुत्र ददन राम सहायक अभियंता हैं, तृतीय पुत्र नंदू राम और रामावतार राम पुलिस अधिकारी हैं, और सबसे छोटे पुत्र कृष्णा कुमार रेलवे में अधिकारी हैं।
पुत्र ददन राम ने अपने पिताजी के संस्कारों को याद करते हुए कहा कि उनके पिताजी हमेशा उन्हें और उनके भाई-बहनों को मिलजुल कर रहने और पढ़ाई के महत्व को समझाते रहते थे। इस पुण्यतिथि के अवसर पर कंबल वितरण और भंडारा का आयोजन भी किया गया।
इस मौके पर धनबाद से आए हुए नामी व्यक्तित्व जैसे व्यास रामदेव राम, श्री राम प्रसाद, सुरेंद्र राम, शत्रुघन राम, मोहन राम, सोहराई राम, सतीश कुमार, आलोक कुमार, अभिषेक कुमार, नवीन, निलेश, अभिजीत, अभिनव कुमार, शौर्या, प्रीति कुमारी, निशि कुमारी, चिंता, सविता, कंचन, हेवन्ती देवी, गुलजारों, निर्मला, संगीता, लालसा, और बेटी कमला देवी, विमला देवी सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित थे।