यह स्थिति तब है जब चुनावों से पहले कांग्रेस ने आरोप लगाया था कि मोदी सरकार जानबूझकर विपक्षी पार्टियों के बैंक खाते फ्रीज कर रही है ताकि वे चुनाव में भाग न ले सकें
ST.News Desk : कुछ समय पहले हुए हाल लोकसभा चुनावों में कांग्रेस ने जीत की पूरी कोशिश की और इसके लिए पार्टी ने अपने सभी उम्मीदवारों को भारी भरकम चुनावी खर्च दिया। यह स्थिति तब है जब चुनावों से पहले कांग्रेस ने आरोप लगाया था कि मोदी सरकार जानबूझकर विपक्षी पार्टियों के बैंक खाते फ्रीज कर रही है ताकि वे चुनाव में भाग न ले सकें। अब जब कांग्रेस के चुनावी खर्च की शुरुआती जानकारी सामने आई है, तो पार्टी के आरोपों पर सवाल उठ रहे हैं।
आम चुनावों के व्यय का आंशिक विवरण सामने आने के बाद, यह स्पष्ट हुआ है कि कांग्रेस ने अपने उम्मीदवारों पर बड़ी रकम खर्च की थी। विशेष रूप से, पार्टी ने हिमाचल प्रदेश के मंडी संसदीय क्षेत्र में अपने उम्मीदवार विक्रमादित्य सिंह को सबसे ज्यादा धनराशि दी थी, ताकि वे भाजपा उम्मीदवार और फिल्म अभिनेत्री कंगना रनौत को हरा सकें। कांग्रेस के अनुसार, विक्रमादित्य सिंह को 87 लाख रुपए दिए गए थे। हालांकि, इसके बावजूद मंडी की जनता ने कंगना रनौत को अपना प्रतिनिधि चुना।
विक्रमादित्य सिंह के बाद, कांग्रेस ने सबसे ज्यादा पैसे राहुल गांधी को दिए। राहुल गांधी को उत्तर प्रदेश की रायबरेली और केरल की वायनाड सीट से चुनाव लड़ने के लिए 70-70 लाख रुपए दिए गए थे। कुल मिलाकर, कांग्रेस ने अपने विभिन्न उम्मीदवारों को कुल 145.5 करोड़ रुपये का एकमुश्त भुगतान घोषित किया था।
इस विवरण से यह स्पष्ट होता है कि कांग्रेस ने चुनावी महाक्रम में भारी खर्च किया, जो कि पार्टी के पूर्व के दावों और आरोपों की वास्तविकता पर सवाल खड़ा करता है।