कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा ने शनिवार को लोगों से कहा कि वे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के भाषणों में इस्तेमाल किए गए ‘शब्दों के बहकावे में नहीं आएं’ और आगामी लोकसभा चुनाव में बदलाव के लिए वोट करें। उत्तराखंड के रामनगर में एक चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा कि चुनाव वास्तविक मुद्दों पर लड़ा जाना चाहिए, न कि खोखली बयानबाजी के आधार पर। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने कहा, ‘मोदीजी द्वारा अपने चुनावी भाषणों में इस्तेमाल किए गए शब्दों के बहकावे में नहीं आएं। अपना वोट डालने से पहले, आपको ईमानदारी से खुद से पूछना चाहिए कि क्या मोदी सरकार के 10 साल के कार्यकाल में वास्तव में आपके जीवन में कोई सकारात्मक बदलाव आया है।’
उन्होंने कहा कि लगातार बढ़ती बेरोजगारी, अनियंत्रित महंगाई और प्रश्नपत्र लीक घोटाले लोगों के जीवन की सच्चाई हैं और इनके लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाली सरकार जिम्मेदार है क्योंकि वह पिछले 10 वर्षों से सत्ता में है। प्रियंका गांधी ने उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश की कुछ घटनाओं का जिक्र करते हुए यह भी कहा कि लोगों को मोदी से पूछना चाहिए कि रिसॉर्ट रिसेप्शनिस्ट अंकिता भंडारी और पड़ोसी उत्तर प्रदेश के उन्नाव की एक महिला के हत्यारों को कौन बचा रहा है। प्रियंका गांधी ने मोदी सरकार पर अपने किसी भी वादे को पूरा नहीं करने का आरोप लगाते हुए लोगों को याद दिलाया कि युवाओं को दो करोड़ नौकरियां और प्रत्येक नागरिक के बैंक खाते में 15 लाख रुपए जमा करने जैसे वादे अधूरे हैं।
उन्होंने भाजपा पर वोट के लिए हर चुनाव में धर्म का इस्तेमाल करने का भी आरोप लगाया। गांधी ने कहा, ‘मोदी ने हिमाचल प्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले उस राज्य को भी देवभूमि कहा था। कांग्रेस ने चुनाव जीता और जब कुछ महीने के बाद आपदा आई, तो मोदी सरकार ने राज्य के लोगों को राहत के रूप में एक पैसा भी नहीं दिया। सारी राहत राज्य सरकार ने अपने संसाधनों से दी। ‘उन्होंने दावा किया कि चुनावी भाषणों में भाजपा नेता राजनीतिक कारणों से देवभूमि शब्द का इस्तेमाल करते हैं। कांग्रेस नेता ने कहा कि जब प्रधानमंत्री कहते हैं ‘बार-बार मोदी सरकार’, तो उनका यह पूछने का मन करता है कि ‘और कितनी बार मोदी सरकार’? गांधी ने कहा, ‘हिंदू धर्म में बलिदान का बड़ा महत्व है। सच्चा विास बलिदानों से आता है। मैंने बलिदान को जाना है।’ उन्होंने अपने पिता राजीव गांधी की हत्या का उल्लेख करते हुए कहा, ‘जब वे हमारे शहीद पिता का अपमान करते हैं तो हम चुप रहते हैं क्योंकि हमारे दिलों में सच्चा विास है।’ प्रियंका गांधी के पिता एवं पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की 1991 में हत्या कर दी गई थी। कांग्रेस नेता ने कहा, हमारे लिए धर्म राजनीतिक प्रयोग का विषय नहीं है।’ लोकसभा चुनाव से पहले उत्तराखंड में कांग्रेस की यह पहली बड़ी रैली थी। यहां लोकसभा चुनाव 19 अप्रैल से सात चरणों में होने हैं और मतों की गिनती 4 जून को होगी।