- खुद को हिंदू कहलाने वाले फैलाते हैं हिंसा
नई दिल्ली। विपक्ष के नेता के तौर पर पहला भाषण करते हुए कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने तेवर दिखाते हुए सरकार और प्रधानमंत्री पर तीखे प्रहार किए। एक घंटे 42 मिनट लंबे भाषण में उन्हें प्रहारों से विचलित होकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह समेत एक दर्जन मंत्रियों ने उनके आरोपों को जवाब दिया। उन्होंने लोकसभा अध्यक्ष ओम विरला पर प्रधानंमत्री के सामने झुकने का आरोप लगाया। राहुल गांधी ने सरकार को सलाह दी कि भय, घृणा और हिंसा का माहौल न बनाएं किसानों और युवाओं से बात करें। उन्होंने कहा कि विपक्ष को दुश्मन न समझें, हम सरकार की मदद करेंगे। हिंदुओं को हिंसक कहने पर उन्होंने कहा कि भाजपा और मोदी सभी हिंदुओें का प्रतिनिधित्व नहीं करते। उन्होंने कहा कि हिंदू कभींिहंसा नहीं कर सकता, कभी नफरत और डर नहीं फैला सकता। हालांकि उन्होंने कहा कि हिंदू हिंसक होते हैं तो सत्ता पक्ष की तरफ से उनका प्रतिकार किया किया और उनसे माफी मांगने को कहा।
राष्ट्रपति के अभिभाषण पर संसद के दोनों सदनों में आज धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा हुई। लोकसभा में पूर्व केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने चर्चा की शुरुआत की। कांग्रेस की तरफ से राुहल गांधी ने विपक्ष के नेता के तौर पर अपना भाषण दिया। उन्होंने केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री पर लगातार प्रहार किए। उन्होंने अग्निवीर, महंगाई, नीट, बेरोजगारी, सांप्रदायिक हिंसा का मामला उठाया। राहुल गांधी ने अपने भाषण के दौरान भगवान शिव, गुरुनानक देव की तस्वीर दिखायी और महावीर, भगवान बुद्ध, पैगम्बर मोहम्मद साहिब और ईसा मसीह का जिक्र करते हुए कहा कि ये सभी अभय मुद्रा में हैं। ये कहते हैं कि न डरो न डराओ। उन्होेंने कहा कि शंकर भगवान से सच, साहस और अहिंसा की प्रेरणा मिलती है। भगवान शिव कहते हैं कि डरो मत, डराओ मत।
पूरे समाज को हिंसक कहना गंभीर मामला : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने आसन से उठकर आपत्ति जताते हुए कहा कि पूरे समाज को हिंसक कहना गंभीर मामला है। गृहमंत्री अमित शाह ने भी इस पर आपत्ति जतायी। शाह ने कहा, नेता विपक्ष ने कहा है कि जो अपने आपको हिंदू कहते हैं वोंिहसा करते हैं। इनको मालूम नहीं है कि करोड़ों लोग अपने आप को गर्व से हिंदू को कहते हैं, क्या वो सभी लोग हिंसा करते हैं। राहुल को माफी मांगनी चाहिए।
डर का माहौल कांग्रेस ने किया था : अमित शाह ने कहा कि आपातकाल में पूरे देश को भयभीत किया गया। आपातकाल के समय वैचारिक आतंक था। दिल्ली में हजारों सिख भाइयों का कत्लेआम कांग्रेस शासनकाल में हुआ।
अयोध्या की हार से भगवान राम ने चेतावनी दी : अयोध्या में भाजपा की हार का उल्लेख करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि भगवान श्रीराम ने भाजपा को एक संदेश दिया है। उन्होंने फैजाबाद से सपा सांसद अवधेश प्रसाद के साथ अपनी बातचीत का जिक्र करते हुए दावा किया, नरेन्द्र मोदी ने अयोध्या से चुनाव लड़ने के लिए दो बार सव्रे करवाया। सव्रे करने वालों ने साफ कह दिया कि अयोध्या से चुनाव मत लड़िएगा, जनता हरा देगी। इसलिए नरेन्द्र मोदी वाराणसी गए और वहां भी बचकर निकले।
अग्निपथ से सैनिकों में भेदभाव किया गया : राहुल गांधी ने कहा सैनिकों में भेद पैदा कर दिया गया और अग्निवीरों की मृत्यु पर उन्हें शहीद का दर्जा और एक आम सैनिक की तरह उनके परिवारों को पेंशन और सहायता राशि नहीं मिलती।