crossorigin="anonymous"> अब सुप्रीम कोर्ट का रुख करेगी सरकार : आतिशी - Sanchar Times

अब सुप्रीम कोर्ट का रुख करेगी सरकार : आतिशी

Spread the love

नई दिल्ली। राजधानी में पेयजल संकट के समाधान को लेकर दिल्ली सरकार असहाय नजर आ रही है। बृहस्पतिवार को उन्होंने कहा कि राजधानी दिल्ली के हिस्से का पूरा पानी की मांग को लेकर हो रही बातचीत का हरियाणा सरकार पर कोई असर नहीं पड़ने के कारण सरकार ने अब सुप्रीम कोर्ट का रुख करने का निर्णय लिया है। इसके अलावा उन्होंने कहा कि है कि वह अब केंद्र सरकार को पत्र लिखेंगी। केंद्र की मोदी सरकार की भी जिम्मेदारी है कि दिल्लीवालों को पर्याप्त पानी मिले। जलमंत्री ने शाम को पेयजल की ताजा स्थिति की समीक्षा करते हुए बजीराबाद वाटर ट्रीटमेंट प्लांट का निरीक्षण किया। उन्होंने उप-राज्यपाल विनय कुमार सक्सेना से कहा कि ऐसे समय में उन्हें अधिकारियों को निर्देश देना चाहिए।


आतिशी ने कहा कि राजधानी में पिछले कुछ दिनों से जल संकट बना हुआ है। कुछ हिस्सों में पानी की पर्याप्त आपूर्ति नहीं आ रही है। इस समस्या का मुख्य कारण हरियाणा से दिल्ली के हिस्से का पूरा पानी यमुना में नहीं छोड़ा जाना है। उन्होंने कहा कि सबको पता है कि दिल्ली पानी के लिए काफी हद तक यमुना पर निर्भर है। यमुना के पानी से दिल्ली के वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट चलते हैं। दिल्ली सरकार पानी के मसले को लेकर सुप्रीम कोर्ट का रुख कर रही है।
स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा कि राजधानी में लू चल रही है। मौसम विभाग ने पहले इसका अनुमान लगाया था कि इस दौरान लू के थपेड़े चलते रहेंगे। इस समय जल विभाग और स्वास्थ्य विभाग की अहम भूमिका हो जाती है, लेकिन बिना मंत्रियों को बताए स्वास्थ्य विभाग के सचिव एसबी दीपक कुमार और जल विभाग के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अंबरासू दोनों अवकाश पर बताए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमें तो इस बात की कोई जानकारी ही नहीं है उनके छुट्टी पर जाने का क्या कारण है। जनता हमारी प्राथमिकता होनी चाहिए। मुख्य सचिव ने बैठक में बताया कि उन्होंने दोनों को छुट्टी दी है। मुख्य सचिव इतने जरूरी विभाग के प्रमुख को बिना मंत्रियों को सूचना दिए स्वयं ही छुट्टी दे रहे हैं। यह हैरान करने वाली और बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है।


उधर मंत्री ने वजीराबाद यमुना जलाशय का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान यमुना बजीराबाद जलाशय का जल स्तर 670.3 फीट पर था। जबकि 674 फीट होना चाहिए। वजीराबाद से ही चन्द्रावल और ओखला जल उपचार संयंत्रों को पानी भेजा जाता है। उन्होंने लिखा है कि दिल्ली के अलग-अलग हिस्सों में पेयजल की किल्लत है। एक्स पर उन्होंने यह भी लिखा है कि जल संकट को लेकर शुक्रवार को सौरभ भारद्वाज के साथ बैठक करेंगी। इस बैठक में मुख्य सचिव समेत सभी अधिकारी मौजूद रहेंगे। उन्हें उम्मीद है कि बैठक में मुख्य सचिव समेत सभी अधिकारी हिस्सा लेंगे। जलमंत्री के मुताबिक उन्होंने हरियाणा सरकार को भी पत्र लिखा है। जलमंत्री का कहना है कि भ्रम फैलाया जा रहा है कि दिल्ली में 30 फीसद पानी की बर्बादी होती है, जबकि ऐसा नहीं है। गुरुवार को भी दिल्ली में 50 से 55 एमजीडी पानी की कमी है।


Spread the love