इजरायली युद्धक विमानों ने सोमवार तड़के पूरे गाजा के अलग-अलग इलाकों में हमले किए। इसमें वह क्षेत्र भी शामिल हैं, जहां फिलस्तीनी नागरिकों को शरण लेने के लिए कहा गया था। यह हमला फिलिस्तीन के हमास शासित क्षेत्र में मानवीय सहायता की एक और खेप ले जाने की अनुमति दिये जाने के बाद किया गया।
माना रहा है कि इस्रइल सात अक्टूबर को हमास के अप्रत्याशित हमले की प्रतिक्रिया के रूप में गाजा में जमीनी आक्रमण शुरू करने की तैयारी में है। सीमा पर टैंक और हजारों सैनिक लामबंद हो चुके हैं। इस्रइल का कहना है कि उसने अगले चरण में सैन्य जोखिम को कम करने के लिए हवाई हमले बढा दिए हैं। दोनों पक्षों में जारी संघर्ष के बीच क्षेत्र में बड़े पैमाने पर युद्ध की आशंकाएं बढ़ गई हैं। हाल के दिनों में इस्रइली युद्धक विमानों ने सीरिया, लेबनान और इस्रइल के कब्जे वाले वेस्ट बैंक में कई ठिकानों को निशाना बनाया है। उसका चरमपंथी संगठन हिज्बुल्लाह के साथ भी अक्सर आमना-सामना होता रहा है। हिज्बुल्ला के पास हजारों रॉकेट हैं।
मौजूदा युद्ध के दौरान इस्रइल में 1,400 से अधिक लोग मारे गए हैं। इनमें से ज्यादातर आम नागरिक थे, जो हमास के शुरुआती हमले के दौरान मारे गए। वहीं, बच्चों, महिलाओं समेत कम से कम 212 लोगों को बंधक बनाकर गाजा ले जाया गया। मानवीय सहायता की पहली खेप पहुंचने से कुछ घंटे पहले हमास ने शुक्रवार को दो अमेरिकी नागरिकों को रिहा कर दिया। गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, गाजा में 4,600 से अधिक लोग मारे गए हैं। इसमें एक अस्पताल में विस्फोट से मारे गए लोगों की संख्या भी शामिल है। फिलिस्तीनियों के लिए राहत सामग्री को लेकर 20 ट्रकों का एक काफिला शनिवार को गाजा में दाखिल हुआ। इसके बाद, इस्रइल ने रविवार को गाजा में 15 ट्रकों में राहत सामग्री लेकर आए दूसरे काफिले को भी अनुमति दी। ट्रकों का काफिला मिस्र से राफा क्रॉसिंग के जरिए दाखिल हुआ। फिलिस्तीनी नागरिक मामलों के लिये जिम्मेदार इजराइली रक्षा निकाय सीओजीएटी ने कहा कि सहायता में पानी, भोजन और चिकित्सा आपूर्ति शामिल है और गाजा पहुंचने से पहले इजराइल द्वारा इसका निरीक्षण किया गया था।