बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और जननायक के रूप में विख्यात कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न देने की घोषणा हुई। इसके बाद से कहीं ना कहीं बिहार की राजनीति में एक बार फिर से श्रेय लेने की होड़ मच गई। इन सबके बीच जो बिल्कुल साफ तौर पर दिखाई दे रहा है वह यह है कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जमकर तारीफ कर रहे हैं। नीतीश बार-बार केंद्र सरकार और नरेंद्र मोदी का शुक्रिया कह रहे हैं। नीतीश कुमार इस ऐलान के बाद इतने खुश थे कि उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर दो पोस्ट कर दिया। पहले संदेश में उन्होंने केंद्र सरकार की तारीफ की थी और धन्यवाद ज्ञापित किया था। हालांकि उन्होंने इसमें नरेंद्र मोदी का नाम नहीं लिया था। इसके बाद उन्होंने तुरंत उस ट्वीट को डिलीट किया और नया संदेश लिखा जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नाम लेते हुए आभार व्यक्त किया।
इतना ही नहीं, मीडिया से बातचीत करते हुए नीतीश कुमार ने कहा कि हम लगातार कर्पूरी ठाकुर के लिए भारत रत्न की मांग करते रहे थे। आखिर केंद्र सरकार ने कल रात में निर्णय लिया। इसलिए मैंने उन्हें धन्यवाद दिया। यह बहुत खुशी की बात है। कर्पूरी ठाकुर ने गरीबों के लिए पिछड़ों के लिए बहुत काम किया है। उन्होंने समाज के हर वर्ग के उत्थान के लिए काम किया। उन्होंने शिक्षा से लेकर हर क्षेत्र में काम किया। कर्पूरी ठाकुर के जन्मशताब्दी पर आयोजित कार्यक्रम में भी नीतीश कुमार ने कहा कि मोदी सरकार की ओर से भारत रत्न की घोषणा की गई है। भले ही इसके पीछे का उद्देश्य कुछ भी हो, लेकिन पहले की सरकारों ने यह काम नहीं किया। लेकिन नरेंद्र मोदी की सरकार ने यह काम किया है। इसके अलावा नीतीश ने बिना नाम लिए लालू यादव पर निशाना साधा और कहा की हम भी परिवार को राजनीति में नहीं बढ़ाए। कर्पूरी जी ने भी परिवार को नहीं बढ़ाया। आजकल लोग अपने परिवार को बढ़ाते हैं। कांग्रेस भी सरकार में रही। दूसरे लोग भी रहे, लेकिन भारत रत्न नहीं दिय।
ऐसे में बड़ा सवाल यह है कि बार-बार नरेंद्र मोदी का नाम लेते हुए आभार जताकर नीतीश कुमार राजनीति में क्या संदेश देने की कोशिश कर रहे हैं? दरअसल, बिहार की राजनीति में नीतीश कुमार को लेकर लगातार चर्चाओं का दौर बना हुआ है। दावा किया जा रहा है कि नीतीश कुमार इंडिया गठबंधन और राजद से नाराज चल रहे हैं। ऐसे में वह एक बार फिर से अपने पुराने गठबंधन एनडीए में लौट सकते हैं। यही कारण है कि बिहार में सियासी उलटफेर की पुख्ता संभावनाएं दिखाई दे रही हैं। इसके अलावा नीतीश कुमार बीजेपी के करीब आते हुए दिखाई दे रहे हैं। जदयू और बीजेपी के रिश्तों की कड़वाहट में नरमी दिखाई दे रही है। यही कारण है कि बिहार में नीतीश कुमार को लेकर चर्चाओं का दौर लगातार जारी है। हालांकि, भाजपा भी इस मामले को लेकर पूरी तरीके से श्रेय ले रही है और साफ तौर पर कह रही है कि जो काम केंद्र में कोई सरकार नहीं कर पाई, उसे मोदी सरकार ने कर दिखाया है।