
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को लेकर चर्चाओं का दौड़ लगातार जारी है। दावा किया जा रहा है कि नीतीश कुमार लगातार भाजपा से नजदीकी बनाने की कोशिश की कर रहे हैं। इसी को लेकर अलग-अलग दावे भी किया जा रहे हैं। हालांकि, नीतीश कुमार ने इसे पहले ही खारिज कर दिया था। इन सब के बीच जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह का भी बयान सामने आया है। उन्होंने भाजपा पर भ्रम फैलाने का आरोप लगाया है। ललन सिंह ने अपने बयान में कहा कि भाजपा का काम भ्रम फैलाना है। मीडिया में रोज चलता है कि नीतीश कुमार की भाजपा से नजदीकियां बढ़ रही है। भाजपा देखने के लायक भी पार्टी नहीं है। उन्होंने सवाल किया कि भाजपा का अस्तित्व क्या है? भाजपा ने देश की जनता से जो वादा किया उसमें कौन सा वादा पूरा किया?

हालांकि दोनों आर से इससे इनकार किया जा रहा है। बिहार के राजनीतिक हालात को देखें तो 2024 के लिए भाजपा को नीतीश कुमार की बेहद जरूरत है। भाजपा और जदयू ने मिलकर 2019 का चुनाव लड़ा था और 40 में से 39 सीटों पर कब्जा किया था। लेकिन इस बार जदयू और भाजपा अलग-अलग है। नीतीश कुमार ने भाजपा से अलग होने के बाद विपक्षी एकता को मजबूत करने के लिए काम किया। उनके ही नेतृत्व में सबसे पहले सभी विपक्षी दल के प्रमुख नेता एक मंच पर आए थे। बाद में इंडिया गठबंधन बना। लेकिन दावा किया जा रहा है कि नीतीश कुमार नाराज चल रहे हैं। सूत्रों ने बताया कि जिस तरीके से कांग्रेस इंडिया गठबंधन का नेतृत्व कर रही है, वह नीतीश कुमार को बिल्कुल भी पसंद है नहीं आ रहा है।
भाजपा सांसद सुशील मोदी ने कहा कि नीतीश कुमार नाक भी रगड़ ले फिर भी भाजपा का दरवाज़ा उनके लिए बंद हो चुका है… वे अब एक राजनीतिक बोझ हो चुके हैं और जो बोझ बन चुका है उसको ढ़ोने का काम भाजपा क्यों करेगी। बिहार के नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि उन्हें (नीतीश कुमार को) कौन वापस ले जा रहा है? बिहार के लोग उन्हें स्वीकार करने के लिए तैयार नहीं हैं और उनके साथ वालों का डूबना तय है।” वहीं, नीतीश कुमार ने कहा कि आपको पता है कि हमने विपक्षी गठबंधन को एकजुट किया है। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि कौन क्या बोलता है, वह मुझे पता नहीं। उन्होंने कहा कि कौन क्या बोलता है, इससे हमें मतलब नहीं है, हम हर रोज की तरह काम कर रहे हैं।
