
टीएमसी नेता और पश्चिम बंगाल की कृष्णानगर लोकसभा सीट से प्रत्याशी महुआ मोइत्रा आम चुनाव में अपनी जीत को लेकर आश्वस्त नजर आ रही हैं। महुआ मोइत्रा ने कहा कि लोकसभा चुनाव में जीत ही उनके लोकसभा से निष्कासन का सही जवाब हो सकती है। महुआ मोइत्रा ने भाजपा पर निशाना साधा और पार्टी को लोकतंत्र के लिए खतरा बताया। हालांकि उन्होंने ये भी कहा कि भारत एक महान देश है, जिसे फासीवादियों द्वारा तबाह नहीं किया जा सकता।
मीडिया से बात करते हुए महुआ मोइत्रा ने कहा कि ‘मुझे जीत को लेकर कोई शक नहीं है। बस देखना ये है कि जीत कितनी बड़ी होगी और यह 4 जून को तय हो जाएगा। मैं यहां के लोगों के बीच रही हूं और विधायक रहने के समय से मैं यहां हूं। इसलिए मेरा यहां के लोगों से काफी जुड़ाव है।’ महुआ मोइत्रा को टीएमसी ने एक बार फिर से कृष्णानगर लोकसभा सीट से अपना उम्मीदवार बनाया है। महुआ पिछला लोकसभा चुनाव भी टीएमसी के टिकट पर कृष्णानगर से ही जीतीं थी। उन्होंने कहा कि ‘लोकसभा से निष्कासित कर मेरी छवि को खराब करने की साजिश रची गई और लोकसभा चुनाव में जीत ही मेरा जवाब होगी।’

महुआ मोइत्रा अपने बेबाक बयानों और भाजपा सरकार पर तीखा हमला करने के लिए जानी जाती हैं। बीते साल दिसंबर में संसद की समिति ने पैसे लेकर सवाल पूछने के मामले में टीएमसी नेता महुआ मोइत्रा को दोषी माना था और उन्हें संसद सदस्यता से निष्कासित कर दिया गया था। भाजपा पर निशाना साधते हुए महुआ मोइत्रा ने कहा कि ‘मैं संसद में अपने पहले भाषण से कहती आ रही हूं। भाजपा भारत के संसदीय लोकतंत्र के लिए खतरनाक है, लेकिन भारत महान देश है और यह फासीवादी ताकतों से तबाह नहीं होगा।’
सीबीआई की छापेमारी और ईडी के समन मिलने पर महुआ मोइत्रा ने आरोप लगाया कि जांच एजेंसियां भाजपा का ही हिस्सा हैं। मोइत्रा ने आरोप लगाया कि सीबीआई और ईडी उनकी छवि को नुकसान पहुंचाने और उनके चुनाव अभियान को बर्बाद करने के लिए काम कर रही हैं। मोइत्रा ने कहा कि चुनाव आयोग की भी विश्वसनीयता नहीं बची है। चुनाव आयुक्तों की नियुक्ति सरकार के दो तिहाई बहुमत वाली समिति कर रही है। यह पूरी कवायद फर्जी है।
