
लंदन। ब्रिटिश सांसदों को इस्रइल-गाजा संघर्ष के संबंध में हाउस ऑफ कॉमन्स में उनके मतदान के इरादों को लेकर सुरक्षा खतरों का सामना करने की खबरों के बीच प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने राजनीति में बढ़ती जहरीली संस्कृति के प्रति आगाह किया है। ब्रिटिश भारतीय नेता सुनक (43) ने आतंकवाद का महिमामंडन करने के लिए चरमपंथियों द्वारा देश की सड़कों पर विरोध प्रदर्शनों को ‘हाइजैक’ करने कींिनंदा की।
‘द संडे टाइम्स’ अखबार में दावा किया गया कि तीन अज्ञात महिला सांसदों की सुरक्षा को लेकरंिचंताओं के बाद उन्हें अतिरिक्त सुरक्षा मुहैया कराने की अनुमति दी गई है। सुनक ने कहा, ‘सात अक्टूबर 2023 को हमास के हमलों के बाद पूर्वाग्रह और यहूदी विरोधी भावना का प्रचंड प्रादुर्भाव अस्वीकार्य है। सीधे शब्दों में कहें तो यहूदी विरोधी भावना ही नस्लवाद है।’ उन्होंने हाल में वेस्टंिमंस्टर महल पर एक आक्रामक ‘प्रोजेक्शन’ (चित्रण) के संदर्भ में कहा, ‘आतंकवाद को बढ़ावा देने और उसका महिमामंडन करने के लिए चरमंपथियों द्वारा वैध विरोध प्रदर्शनों को ‘हाइजैक’ किया गया, निर्वाचित प्रतिनिधियों को मौखिक रूप से धमकाया गया तथा शारीरिक,ंिहंसक रूप से निशाना बनाया गया और हमारी अपनी संसद इमारत पर यहूदी विरोधी चितण्रकिया गया।’ उन्होंने पिछले सप्ताह गाजा में संघर्ष विराम पर संसद में मतदान के दौरान अराजक दृश्यों के संदर्भ में कहा, ‘ इस सप्ताह संसद में बहुत खतरनाक संकेत दिया गया कि इस तरह की धमकी काम करती है। यह हमारे समाज और हमारी राजनीति के लिए जहरीली है और यह उन स्वतंत्रताओं व मूल्यों का अपमान है जिन्हें हम यहां ब्रिटेन में प्रिय मानते हैं।’ उन्होंने विशेष रूप से कोई उल्लेख नहीं किया लेकिन उनकी यह टिप्पणी सत्तारूढ कंजव्रेटिव द्वारा पार्टी के सांसद ली एंडरसन को निलंबित करने के तुरंत बाद आई है। एंडरसन ने दावा किया कि पाकिस्तानी मूल के लंदन के मेयर सादिक खान ‘इस्लामिक लोगों’ के नियंतण्रमें थे। विपक्ष ने इन टिप्पणियों को लेकर कार्रवाई करने की मांग की थी। लेबर पार्टी के नेता कीर स्टार्मर ने इन टिप्पणियों को नस्लवादी तथा इस्लाम से घृणा की भावना बताया।

