नई दिल्ली। भाजपा ने सोमवार को कांग्रेस पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि उसने हाल में संपन्न लोकसभा चुनाव में ‘भय और भ्रम की राजनीति’ की तथा ‘संसद पर हमले के दोषी का समर्थन करने वालों को’ लोकसभा चुनाव में टिकट दिया।
राष्ट्रपति अभिभाषण पर लोकसभा में धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा की शुरुआत करते हुए भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने ऐसे लोगों को बीते चुनाव में टिकट दिया जिन्होंने कहा था कि ‘प्रधानमंत्री की बोटी बोटी कर देंगे’, उन्होंने ‘देश के टुकड़े टुकड़े करने की सोच वालों’ और ‘संसद पर हमले के दोषी अफजल गुरु को माफी देने की बात करने वालों को’ पार्टी में शामिल किया और चुनाव में टिकट दिया। ठाकुर ने कहा, ‘इन्हें उम्मीदवार बनाने के लिए 140 करोड़ भारतवासियों में कोई और नहीं मिला।’ सदन में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए भाजपा सांसद ने कहा, ‘आप चुनाव जहां से लड़ने गए, वहां पीएफआई और मुस्लिम लीग जैसी संस्थाओं का समर्थन लेकर आप जीतकर आए हैं। इनका इतिहास ही ऐसा रहा है।’ उनका इशारा केरल के वायनाड संसदीय क्षेत्र से राहुल गांधी की जीत की ओर था।
ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस दावा करती है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का तीसरा कार्यकाल उनकी अग्निपरीक्षा है। उन्होंने कहा, ‘यह प्रधानमंत्री मोदी नहीं, नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी की अग्निपरीक्षा है जो अब तक बिना जिम्मेदारी के अधिकारों के मजे लेते रहे। अब उन्हें जिम्मेदारी उठानी पड़ेगी।’ ठाकुर ने कहा कि अब देखना होगा कि पिछली लोकसभा में 50 प्रतिशत से कम उपस्थिति रखने वाले और ‘बंक’ मारने वाले राहुल गांधी क्या विपक्ष को एकजुट रख पाएंगे और विपक्ष के नेता की जिम्मेदारी निभा पाएंगे? इस दौरान राहुल गांधी सदन में उपस्थित नहीं थे। ठाकुर ने कहा, ‘अब अनुपस्थिति वाली जमींदारी नहीं चलेगी।’ उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने विज्ञान के क्षेत्र में अभूतपूर्व उपलब्धि हासिल करते हुए चंद्रयान को सफलतापूर्वक चंद्रमा पर पहुंचाया, लेकिन ‘कांग्रेस का राहुलयान सफल नहीं हो पाया।’
ठाकुर ने दावा किया कि लगातार तीन लोकसभा चुनाव के बाद भी 100 सीट के आंकड़े तक नहीं पहुंच पाई कांग्रेस पार्टी इस तरह दर्शाने की कोशिश कर रही है कि उसकी 99 सीटें भाजपा की 240 सीट से अधिक हैं। भाजपा नेता ने दावा किया कि इस चुनाव में विदेशी ताकतों का हाथ भी देखा गया। उन्होंने कहा कि ईवीएम पर आरोप लगाने वाले विपक्षी सदस्य अब क्यों चुप हैं। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने 27 जून को संसद के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को संबोधित करते हुए अभिभाषण दिया था। अभिभाषण का उल्लेख करते हुए ठाकुर ने कहा कि 2024 का लोकसभा चुनाव नीति, नियत, निष्ठा और निर्णयों का चुनाव था जिसमें जनता ने प्रधानमंत्री मोदी को ऐतिहासिक जनादेश दिया और दस साल के सेवा, सुशासन और गरीब कल्याण के महा अनुष्ठान पर मुहर लगाई। ठाकुर ने कहा, ‘हम सौभाग्यशाली हैं कि 100 साल में आई सबसे बड़ी आपदा कोविड से बच गए और हमारे सामने भव्य और दिव्य राम मंदिर का निर्माण हुआ।’ उन्होंने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा, ‘‘ये सनातन को कुचलने की बात करते हैं। राम मंदिर का विरोध इन्होंने किया। इनमें कुछ ऐसे बैठे हैं जिन्होंने राम भक्तों पर गोली चलवाई, कुछ ने भगवान राम को तंबू में रखा।’