तलाशी के दौरान 50 लाख रुपये नकद जब्त, भ्रष्टाचार के पैमाने का खुलासा
ST.News Desk : (नई दिल्ली)। केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने भारतीय राजस्व सेवा (आईआरएस) के दो अधिकारियों समेत सात लोगों को गिरफ्तार किया है। ये गिरफ्तारी मुंबई के सांताक्रूज इलेक्ट्रॉनिक्स एक्सपोर्ट प्रोसेसिंग जोन (एसईईपीजेड) में कथित रिश्वतखोरी के मामले में की गई हैं। सीबीआई ने मंगलवार को शुरू हुए अभियान के तहत संयुक्त विकास आयुक्त सीपीएस चौहान और उप विकास आयुक्त प्रसाद वरवंतकर को गिरफ्तार किया है। इन दोनों अधिकारियों के अलावा, दो सहायक विकास आयुक्तों समेत पांच अन्य लोग भी गिरफ्तार हुए हैं।
सीबीआई द्वारा चलाए गए अभियान के तहत गिरफ्तार आरोपियों से जुड़े विभिन्न ठिकानों पर छापेमारी की गई। इस दौरान करीब 50 लाख रुपये नकद जब्त किए गए। अधिकारियों के अनुसार, ये नकदी बड़े पैमाने पर रिश्वतखोरी के संकेत देती है, और सीबीआई द्वारा यह जब्ती इस मामले की गंभीरता को उजागर करती है।
ज्यादातर जब्त नकदी सहायक विकास आयुक्त रेखा नायर के आवास से बरामद
सीबीआई ने बताया कि जब्त की गई नकदी का अधिकांश हिस्सा, यानी लगभग 40 लाख रुपये, सहायक विकास आयुक्त रेखा नायर के आवास से बरामद हुआ। रेखा नायर उन लोगों में से एक हैं जो इस अभियान में गिरफ्तार किए गए हैं। जांचकर्ताओं का मानना है कि जब्त की गई धनराशि एसईईपीजेड में उनके कार्यकाल के दौरान किए गए कथित रिश्वत भुगतान से संबंधित हो सकती है, और इस मामले में आगे की जांच जारी है।