
हैदर अली
पटना (संचारटाइम्स.न्यूज)

सासाराम अनुमंडल क्षेत्र के चेनारी में आयोजित गुप्ता धाम महोत्सव को लेकर राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। 20 मार्च को आयोजित इस महोत्सव में स्थानीय जनप्रतिनिधियों और राजनीतिक कार्यकर्ताओं को आमंत्रित नहीं किया गया, जिस पर स्थानीय लोगों और नेताओं ने विरोध जताया।
महत्वपूर्ण यह है कि इस महोत्सव में कई नामचिन कलाकारों को बुलाया गया था, जबकि स्थानीय कलाकारों को नजरअंदाज किया गया। स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने इस बात पर भी नाराजगी जताई कि इस महोत्सव में भगवान शिव की पूजा के बजाय ज्यादातर फिल्मी गाने गाए गए। स्थानीय लोगों का कहना है कि गुप्ता धाम महोत्सव का आयोजन केवल खानापूरी के लिए किया गया, जहां जिला प्रशासन और उनके परिवार के लोग ही मुख्य रूप से शामिल थे।
स्थानीय लोग यह भी आरोप लगा रहे हैं कि महोत्सव के आयोजन में सरकारी हस्तक्षेप के बाद से स्थानीय लोगों की भूमिका को नजरअंदाज कर दिया गया है, जबकि यह महोत्सव पहले स्थानीय स्तर पर आयोजित किया जाता था।
परवेज अहमद (वार्ड पार्षद, नगर पंचायत, चेनारी) ने कहा:
“यह महोत्सव भगवान शिव को समर्पित है, लेकिन इस बार इसमें स्थानीय समुदाय की भागीदारी को पूरी तरह से नकारा गया है।”
मुकेश कुमार (पंचायत समिति सदस्य, नारायणा पंचायत, चेनारी) ने कहा:
“महत्वपूर्ण यह है कि स्थानीय कलाकारों की उपेक्षा की गई और महोत्सव को केवल एक राजनीतिक एजेंडा बना दिया गया।”
इस मामले पर चेनारी के स्थानीय लोगों ने विरोध दर्ज किया है और इसकी निष्पक्षता तथा पारदर्शिता पर सवाल उठाए हैं।
