crossorigin="anonymous"> बिहार में मतदाता सूची पुनरीक्षण पर चर्चा की मांग को लेकर संसद में हंगामा, 4 अगस्त तक स्थगित हुई कार्यवाही - Sanchar Times

बिहार में मतदाता सूची पुनरीक्षण पर चर्चा की मांग को लेकर संसद में हंगामा, 4 अगस्त तक स्थगित हुई कार्यवाही

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ST.News Desk, New Delhi : बिहार में चल रहे विशेष गहन मतदाता सूची पुनरीक्षण (SIR) पर चर्चा की मांग को लेकर शुक्रवार को संसद के दोनों सदनों में जोरदार हंगामा हुआ, जिसके चलते लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही सोमवार, 4 अगस्त तक के लिए स्थगित कर दी गई।

कांग्रेस सांसद राहुल गांधी समेत कई विपक्षी नेताओं ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को पत्र लिखकर इस मुद्दे पर बिना देरी के विशेष चर्चा कराने का आग्रह किया। वहीं, विपक्षी INDIA गठबंधन के सांसदों ने संसद भवन के मक्कार द्वार के सामने प्रदर्शन किया और “एसआईआर वापस लो” के नारे लगाए।

लोकसभा की कार्यवाही:

सुबह शुरू हुई कार्यवाही विपक्षी हंगामे के कारण एक बार स्थगित की गई और दोपहर दो बजे दोबारा शुरू होते ही विपक्षी सांसद आसन के पास पहुंच गए। उनके हाथों में तख्तियां थीं और वे लगातार नारेबाजी कर रहे थे। इस पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने नाराजगी जाहिर करते हुए कहा, “जनता ने आपको इतना बड़ा अवसर दिया है, इसे नारेबाजी और तख्तियां दिखाकर मत गंवाइए।” हंगामे के चलते कार्यवाही को सोमवार सुबह 11 बजे तक स्थगित कर दिया गया।

राज्यसभा की कार्यवाही:

राज्यसभा में भी हंगामे का दृश्य कुछ अलग नहीं था। उपसभापति हरिवंश ने कार्यवाही की शुरुआत में जानकारी दी कि उन्हें नियम 267 के तहत 30 नोटिस मिले हैं, जिनमें बिहार के SIR, ओडिशा में महिलाओं पर अत्याचार, बंगाली श्रमिकों के साथ भेदभाव, छत्तीसगढ़ में ननों की गिरफ्तारी और अमेरिका द्वारा भारत पर शुल्क लगाए जाने जैसे मुद्दों पर चर्चा की मांग की गई है। लेकिन उन्होंने कहा कि ये नोटिस पूर्व निर्धारित नियमों के अनुसार नहीं हैं, इसलिए स्वीकार नहीं किए जा सकते।

इसके बाद विपक्षी सदस्य विरोध में नारेबाजी करने लगे। तृणमूल कांग्रेस के सांसद “एसआईआर पर हल्ला बोल” और “वोट की चोरी बंद करो” जैसे नारे लगाते हुए आसन के समक्ष आ गए, जिससे सदन की कार्यवाही बाधित हुई।

अन्य महत्वपूर्ण जानकारियाँ:

विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने एक प्रश्न के लिखित उत्तर में बताया कि ‘सल्तनत-ए-बांग्ला’ समूह के सक्रिय होने के कोई प्रमाण बांग्लादेश सरकार को नहीं मिले हैं, हालांकि ‘ग्रेटर बांग्लादेश’ का नक्शा ढाका विश्वविद्यालय में प्रदर्शित किया गया था। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि नई वंदे भारत और अमृत भारत ट्रेनों को दिव्यांगजनों की आवश्यकताओं के अनुरूप डिजाइन किया गया है।


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