
ST.News Desk
प. बंगाल में बाबरी मस्जिद की आधारशिला को लेकर बीजेपी ने टीएमसी पर जुबानी हमला किया है। बीजेपी ने आरोप लगाया है कि वोटबैंक के लिए ध्रुवीकरण करने की कोशिश की जा रही है।
नई दिल्लीः पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में टीएमसी के निलंबित विधायक हुमायूं कबीर ने बाबरी मस्जिद की आधारशिला रखी है, जिसका बीजेपी ने कड़ा विरोध किया है। बीजेपी आईटी सेल के चीफ और पश्चिम बंगाल में भाजपा के सह-प्रभारी अमित मालवीय ने टीएमसी की कड़ी निंदा की है। अमित मालवीय ने एक्स हैंडल पर ट्वीट कर कहा कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी आग से खेल रही हैं।

ध्रुवीकरण करने का लगाया आरोप
अमित मालवीय ने कहा कि मुर्शिदाबाद के बेलडांगा से सामने आ रही खबरों ने गंभीर चिंता पैदा कर दी है, जिसमें ममता बनर्जी ने राजनीतिक लाभ के लिए मुस्लिम भावनाओं का ध्रुवीकरण करने के लिए ‘निलंबित’ टीएमसी विधायक हुमायूं कबीर का इस्तेमाल किया है। कबीर के मुस्लिम समर्थकों के समूहों को उस जगह के निर्माण के लिए ईंटें ले जाते हुए देखा गया है, जिसके बारे में उनका दावा है कि वहां बाबरी मस्जिद बनेगी। उन्होंने दावा किया है कि पश्चिम बंगाल पुलिस हुमायूं कबीर का समर्थन कर रही है और इस गतिविधि के लिए सुरक्षा प्रदान की है।
संवेदनशील इलाका है बेलडांगा
बीजेपी नेता ने यह भी कहा कि बेलडांगा राज्य के सबसे सांप्रदायिक रूप से संवेदनशील क्षेत्रों में से एक है, जहां झड़पों का एक लंबा इतिहास रहा है। यहां किसी भी तरह की संगठित अशांति एनएच-12 की नाकाबंदी का कारण बन सकती है, जो उत्तर बंगाल को राज्य के बाकी हिस्सों से जोड़ती है। ऐसे परिदृश्य में कानून-व्यवस्था और राष्ट्रीय सुरक्षा पर भी गंभीर परिणाम होंगे। मालवीय ने कहा कि यह तथाकथित मस्जिद परियोजना एक धार्मिक प्रयास नहीं बल्कि एक राजनीतिक प्रयास है, जो भावनाओं को भड़काने और वोट बैंक को मजबूत करने के लिए बनाया गया है।
बीजेपी ने ममता बनर्जी पर साधा निशाना
वहीं, बंगाल बीजेपी ने भी टीएमसी और सीएम ममता पर निशाना साधा है। बंगाल बीजेपी ने ट्वीट कर रहा कि ‘होरी मच्छ न छुई पानी’। इस कहावत का अर्थ है-अपने हाथ गंदे किए बिना कुछ करना। बीजेपी का आरोप है कि ममता बनर्जी ने खुद को दूर करते हुए हुमायूं कबीर के जरिए पश्चिम बंगाल में मुसलमानों का ध्रुवीकरण करने का फैसला किया है। टीएमसी ने हुमायूं को तब क्यों नहीं सस्पेंड किया जब उसने यह कहकर हिंदुओं को धमकाया कि मुर्शिदाबाद में मुसलमान 70% हैं और हिंदू केवल 30% हैं।

