crossorigin="anonymous"> भाजपा ने साफ तौर पर कहा, चीन को लेकर राहुल दे रहे हैं अर्नगल बयान - Sanchar Times

भाजपा ने साफ तौर पर कहा, चीन को लेकर राहुल दे रहे हैं अर्नगल बयान

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बीजेपी सांसद डॉ. सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि हम चीन के साथ उनके (कांग्रेस सरकार) रिश्ते और चीन के साथ अपने रिश्ते को स्पष्ट करना चाहते हैं। पीएम मोदी के नेतृत्व में हमारी सरकार आने के बाद, 2020 में बीजिंग के एक थिंक टैंक ने कहा कि ‘चीन तियानानमेन स्क्वायर के बाद अपने सबसे खराब राजनयिक अलगाव से गुजर रहा है।’
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने आज लद्दाख के कारगिल इलाके में एक सार्वजनिक रैली को संबोधित किया और इसे रणनीतिक स्थान बताया। कांग्रेस नेता ने यह भी कहा कि पीएम मोदी चीन मुद्दे पर किस तरह झूठ बोल रहे हैं। उन्होंने कहा कि एक बात तो साफ है कि चीन ने भारत की जमीन छीन ली है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि दुख की बात है कि विपक्ष की बैठक में पीएम ने कहा कि लद्दाख का एक इंच भी चीन ने नहीं लिया है। यह एक झूठ है। अब इसी को लेकर भाजपा की ओर से पलटवार किया गया है। भाजपा ने साफ तौर पर कहा कि चीन को लेकर राहुल अर्नगल बयान दे रहे हैं। साथ ही पार्टी ने सवाल किया कि राहुल को चीन से इतना प्रेम क्यों है?

बीजेपी सांसद डॉ. सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि हम चीन के साथ उनके (कांग्रेस सरकार) रिश्ते और चीन के साथ अपने रिश्ते को स्पष्ट करना चाहते हैं। पीएम मोदी के नेतृत्व में हमारी सरकार आने के बाद, 2020 में बीजिंग के एक थिंक टैंक ने कहा कि ‘चीन तियानानमेन स्क्वायर के बाद अपने सबसे खराब राजनयिक अलगाव से गुजर रहा है।’ इसके साथ ही उन्होंने कहा कि मुझे समझ नहीं आता कि कांग्रेस सांसद राहुल गांधी बार-बार चीन की बातचीत पर प्यार क्यों बरसाते हैं। डोकलाम के दौरान उन्होंने चीनी राजदूत के साथ जो खाना खाया था, उसका खुलासा उन्होंने नहीं बल्कि चीन द्वारा शेयर की गई फोटो से हुआ। भाजपा ने आरोप लगाया कि नेहरू ने चीन की मदद की थी।

भाजपा ने पूछा कि राहुल गांधी का चीन से क्या रिश्ता है? इसके साथ ही उन्होंने कहा कि राहुल की मोहब्बत की दुकान नहीं, नफरत की दुकान है। भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि आपकी (कांग्रेस) नीति थी कि शांति वार्ता आतंकवाद से प्रभावित नहीं होगी (भारत और पाकिस्तान के बीच) लेकिन हमारी नीति है कि शांति वार्ता और आतंकवाद एक साथ नहीं चल सकते। इसलिए, उन्हें (कांग्रेस) हमें कम से कम शांति और सुरक्षा पर व्याख्यान नहीं देना चाहिए।


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