पाटन प्रखंड के किशनपुर बूथ नंबर 235 पर सुपर चेकिंग जांच के लिए उपायुक्त शशि रंजन पहुंचे थे. इसी दौरान डीसी ने राजकीय मध्य विद्यालय पहुंचे और बच्चों की क्लास ली. शशि रंजन के आसान सवालों को सही जवाब विद्यार्थी नहीं दे सके. इससे वे नाराज हो गये. शिक्षिका सुनीता रवि को फटकार लगाई. डीसी ने कहा कि आप ध्यान देकर नहीं पढाती. ऐसे कैसे होगा मैडम. आप पर कार्रवाई होगा. वहीं विद्यालय की प्रधानाध्यापक रीना दुबे को बुलाकर कहा कि आप लोग बच्चों को कैसी शिक्षा देते हैं. बच्चे हिंदी में लिख नहीं पाते. वर्ग 7 के बच्चे अत्यधिक मृदा नहीं लिख पाये. इस पर उपायुक्त ने काफी नाराजगी व्यक्त की. डीसी ने बच्चों से पूछा कि दूध से दही बनाने की प्रक्रिया को क्या कहते हैं. साथ ही पूछा कि छात्र-छात्राओं से पूछा कि आपके पास मोबाइल है या नहीं. अगर है तो हमें बता दें. वर्ग 7 के एक भी छात्र-छात्राओं ने जवाब नहीं दिया.
डीसी ने शिक्षिका से कहा- कैसी शिक्षा दे रही हैं मैडम
उपायुक्त शशि रंजन ने कहा कि बच्चों की उपस्थिति कम क्यों है. कितने शिक्षकों का पदस्थापन है. इस पर रीना दुबे ने बताया कि छह शिक्षक पदस्थापित हैं. जबकि वर्ग 8 में 20 छात्र-छात्रा ही उपस्थित थे, जबकि वर्ग 7 में उपस्थिति कम थी. उपायुक्त ने पाटन बीडीओ अमित कुमार झा को निर्देश दिया कि इन शिक्षकों पर कार्रवाई करें. उपायुक्त ने पाया कि वर्ग 7 और 8 कक्षा में गुणवत्ता के साथ बच्चों को शिक्षा नहीं दी जा रही है. वहीं उपस्थिति कम होने पर काफी नाराजगी प्रकट करते हुए उपायुक्त शशि रंजन ने बीडीओ पाटन को निर्देश दिया कि शिक्षकों पर कार्रवाई करें. मौके पर बीडीओ अमित कुमार झा और दीपक मिश्रा मौजूद थे.