
अमेरिकी सेना ने यमन में हूती विद्रोहियों के कब्जे वाले स्थानों पर बुधवार को मिसाइलें बरसाईं। अमेरिकी अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
पश्चिम एशिया में इस्रइल और हमास के बीच जारी युद्ध के मध्य में यमन के हुती विद्रोहियों पर अमेरिकी सेना की ओर से किया गया यह चौथा ऐसा हमला है। इन हमलों से पहले अमेरिका की ओर से आधिकारिक तौर पर घोषणा की गई थी कि उसने यमन में ईरान समर्थित हूती विद्रोहियों को विशेष रूप से नामित वैिक आतंकवादियों के रूप में दोबारा नामित किया है। गत शुक्रवार को भी अमेरिकी और ब्रिटेन के युद्धपोतों तथा युद्धक विमानों ने यमन में हूती विद्रोहियों के इस्तेमाल किए जाने वाले 60 से अधिक ठिकानों को निशाना बनाया था लेकिन प्रतिबंधों और सैन्य हमलों के बावजूद हुती विद्रोही वाणिज्यिक जहाजों पर हमलों से बाज नहीं आ रहे हैं। बुधवार को भी यमन से हुती विद्रोहियों के कब्जे वाले एक स्थान से ड्रोन हमला किया गया था। यह ड्रोन अदन की खाड़ी में अमेरिकी स्वामित्व वाले एक पोत पर गिरी थी।
अमेरिका ने हूती विद्रोहियों को हथियार मुहैया कराने पर ईरान को सख्त लहजे में चेतावनी दी है। पेंटागन के प्रेस सचिव मेजर जनरल पैट राइडर ने बुधवार को कहा कि अमेरिका हमलों को रोकने के लिए सैन्य कार्रवाई जारी रखेगा। विद्रोहियों का कहना है कि उन्होंने सात अक्टूबर को इस्रइल पर हमास के हमले के बाद गाजा में इस्रइल के सैन्य अभियानों के जवाब में जहाजों को निशाना बनाया है।

