
ST.News Desk

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा एक कार्यक्रम के दौरान मुस्लिम युवती के चेहरे से हिजाब हटाने के कथित मामले पर सियासी और सामाजिक हलकों में हंगामा जारी है। विपक्षी दलों ने इस घटना को शर्मनाक बताते हुए मुख्यमंत्री की कड़ी आलोचना की है, वहीं कई राज्यों में उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग भी उठ रही है।
हालांकि, इस विवाद के बीच अब उस युवती के कॉलेज प्रिंसिपल का बयान सामने आया है, जिसने मामले को नया मोड़ दे दिया है। बताया जा रहा है कि यह घटना डॉ. नुसरत प्रवीण से जुड़ी है, जिन्होंने पटना के तिब्बी कॉलेज से पढ़ाई की है। कॉलेज के प्रिंसिपल महफूज़र रहमान ने दावा किया है कि उन्होंने नुसरत की एक बैचमेट से बातचीत की है।
प्रिंसिपल के अनुसार, बैचमेट ने स्पष्ट किया है कि नुसरत किसी भी तरह से नाराज़ नहीं हैं। न तो उन्होंने नौकरी न करने की कोई बात कही है और न ही घटना को लेकर असंतोष जताया है। प्रिंसिपल ने यह भी कहा कि नुसरत अपनी नौकरी जॉइन करेंगी।
इस बयान के बाद हिजाब विवाद को लेकर चल रही बहस और तेज हो गई है, जहां एक ओर विपक्षी दल मुख्यमंत्री पर हमलावर हैं, वहीं दूसरी ओर कॉलेज प्रशासन के दावे मामले को अलग नजरिए से देखने की बात कर रहे हैं।

