
एसआइटीई में दो दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार का हुआ समापन

हैदर अली, संचार टाइम्स ब्यूरो रोहतास
शकुंतलम इंस्टीट्यूट आफ टीचर्स एजुकेशन कालेज (एसआइटीई) में शुक्रवार से दो दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार का समापन हुआ। सेमिनार के दूसरे दिन महिलाओं की शिक्षा की महता पर विशेषज्ञों ने प्रकाश डाला। महिला कालेज की गृह विज्ञान की विभागाध्यक्ष उपासना व महिला कालेज की समाज शास्त्र की प्रो.नीतू रानी ने विषय वस्तु पर कई महत्वपूर्ण विचार साझा किया। विशेषज्ञों के अनुसार परिवार में महिला को शिक्षित होना आवश्यक तभी आने वाली पीढ़ी भी शिक्षित होगी।
महिला शिक्षाविद् ने विषय साहित्यिक, सांस्कृतिक और आधुनिक शिक्षा परिप्रेक्ष्य में महिला शिक्षा की विस्तार से समीक्षा की। राष्ट्रीय सेमिनार के मुख्य संरक्षक एसआइटीई के निदेशक अनिल कुमार सिंह ने बताया कि इस संगोष्ठी में उद्देश्य महिला शिक्षा की उपलब्धियों, चुनौतियों और अवसरों पर विमर्श पर केंद्रित था। साहित्यिक और सांस्कृतिक दृष्टिकोण के साथ-साथ आधुनिक शिक्षा में महिलाओं की भूमिका और डिजिटल युग के प्रभाव पर चर्चा की गई। प्रभारी प्राचार्या डा. सीमा कुमारी ने बताया कि सत्र के उप-विषय में जिनमें सांस्कृतिक धरोहर को संरक्षित करने में महिलाओं की भूमिका, उच्च शिक्षा और शोध में अवसर, पाठ्यक्रम में लैंगिक संवेदनशीलता, महिला लेखक और सामाजिक परिवर्तन, तथा वैश्वीकरण और डिजिटल मीडिया का असर जैसे बिंदुओं पर उपस्थित विशेषज्ञों ने प्रकाश डाला है।
संयोजक के रूप में डा. जावेद अहमद, डा. राम निहाल व सह-समन्वयक के रूप में डा. संजय कुमार वर्मा, डा. सतीश कुमार गुप्ता, अविनाश कुमार, शिखा सिमरन व सूरज कुमार शामिल थे।
