
ST.News Desk : मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा जिले में कफ सिरप पीने से हुई 20 से अधिक बच्चों की मौत के मामले में पुलिस ने श्रीसन फार्मा के मालिक रंगनाथन गोविंदन को गिरफ्तार कर लिया है। यह कार्रवाई एक नाटकीय आधी रात के ऑपरेशन के दौरान की गई, जब गुरुवार रात करीब 1:30 बजे चेन्नई में रंगनाथन को पकड़ा गया।

श्रीसन फार्मा कंपनी कोल्ड्रिफ सिरप का निर्माण करती थी, जिसमें जांच के दौरान अनुमेय सीमा से कई गुना अधिक जहरीले रसायन पाए गए थे। इस घातक सिरप के सेवन से अब तक कम से कम 20 बच्चों की मौत की पुष्टि हुई है, जिससे राज्य और केंद्र स्तर पर हड़कंप मच गया है।
समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार, रंगनाथन की गिरफ्तारी के बाद ट्रांजिट रिमांड प्राप्त कर उसे छिंदवाड़ा लाया जाएगा, जहां अधिकांश मौतें हुईं। शुरुआती जांच में खुलासा हुआ है कि श्रीसन फार्मा की सिरप सप्लाई न केवल मध्य प्रदेश बल्कि ओडिशा और पुडुचेरी में भी की जा रही थी।
फैक्ट्री में 350 नियम उल्लंघन, जंग लगे उपकरण और गैर-फार्मा रसायनों का उपयोग
तमिलनाडु ड्रग्स कंट्रोल डिपार्टमेंट की 26 पन्नों की जांच रिपोर्ट ने फैक्ट्री की स्थिति को लेकर चौंकाने वाले खुलासे किए हैं।
रिपोर्ट में बताया गया है कि कांचीपुरम स्थित संयंत्र में जंग लगे उपकरण, गैर-फार्मा ग्रेड रसायनों का अवैध उपयोग, और सफाई व सुरक्षा मानकों का गंभीर उल्लंघन पाया गया।
नियामक निकाय द्वारा चिह्नित 350 से अधिक उल्लंघनों में सबसे गंभीर यह था कि सिरप में 48 प्रतिशत तक औद्योगिक सॉल्वेंट (industrial liquid) मिलाया गया था, जबकि अनुमेय सीमा 0.1 प्रतिशत से अधिक नहीं होनी चाहिए थी।
फैक्ट्री के पास गुड मैन्युफैक्चरिंग प्रैक्टिस (GMP) का प्रमाणन भी नहीं था, फिर भी रंगनाथन की कंपनी ने जेनेरिक दवाओं का निर्माण और बिक्री जारी रखी। इसके बाद तमिलनाडु नियामक संस्था ने फैक्ट्री का लाइसेंस निलंबित कर उत्पादन बंद करने का आदेश दिया।
