
भारत 13 महीनों में दूसरी बार घरेलू टेस्ट सीरीज में क्लीन स्वीप का शिकार; गंभीर ने कहा-टीम की सफलताएं भूलना ठीक नहीं, गलती सभी की है
ST.News Desk : दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 0-2 की टेस्ट सीरीज हार के बाद भारतीय मुख्य कोच गौतम गंभीर एक बार फिर आलोचनाओं के घेरे में हैं। गुवाहाटी टेस्ट में भारतीय बल्लेबाजी क्रम ढहते ही सोशल मीडिया पर गंभीर को हटाने की मांग तेज हुई थी। अब जब सीरीज भी हाथ से निकल चुकी है, गंभीर ने पहली बार प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि उनके भविष्य का निर्णय बीसीसीआई करेगा।

भारत को गुवाहाटी में 408 रन की विशाल हार मिली, जो रनों के लिहाज से उसकी सबसे बड़ी टेस्ट हार है। इससे पहले कोलकाता टेस्ट में भी भारत 30 रन से हारा था। इसी के साथ 13 महीनों में टीम इंडिया दूसरी बार घरेलू सीरीज में क्लीन स्वीप का शिकार हुई है। अक्टूबर–नवंबर 2024 में न्यूजीलैंड ने भारत को 3-0 से हराया था।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में गंभीर ने कहा कि लोगों को यह नहीं भूलना चाहिए कि उनके कार्यकाल में टीम ने क्या उपलब्धियां हासिल की हैं—भारत ने इस साल चैंपियंस ट्रॉफी जीती और इंग्लैंड के खिलाफ पांच मैचों की सीरीज 2-2 से ड्रॉ कराई।
उन्होंने स्वीकार किया कि हार की जिम्मेदारी सबसे पहले उनकी है। “95/1 से 122/7 तक गिरना स्वीकार्य नहीं है,” गंभीर ने कहा। “किसी एक खिलाड़ी को दोष नहीं दिया जा सकता, गलती सभी की है।”
गंभीर के कोच रहते भारत ने 18 में से 10 टेस्ट हारे हैं, जिसमें न्यूजीलैंड के खिलाफ पिछले साल की क्लीन स्वीप भी शामिल है। टीम में लगातार बदलाव और टेस्ट क्रिकेट में अधिक ऑलराउंडर्स पर निर्भरता को लेकर उनके फैसलों की आलोचना हो रही है। गंभीर का मानना है कि टेस्ट क्रिकेट के लिए “सीमित कौशल लेकिन मजबूत व्यक्तित्व” वाले खिलाड़ी अधिक उपयुक्त होते हैं।

