
ST.News International Desk

बांग्लादेश में ‘जुलाई विद्रोह’ के प्रमुख नेता और इंकलाब मंच के प्रवक्ता शरीफ उस्मान हादी की मौत के बाद देशभर में हिंसा भड़क उठी है। हादी का सिंगापुर के एक अस्पताल में इलाज के दौरान निधन हो गया। उनकी मौत की खबर सामने आते ही राजधानी ढाका समेत कई इलाकों में हालात तनावपूर्ण हो गए।

शेख हसीना के खिलाफ विरोध प्रदर्शनों के प्रमुख चेहरों में शामिल उस्मान हादी की मौत के बाद ढाका में जमकर बवाल हुआ। राजधानी में देश के दो बड़े अखबारों—डेली स्टार और प्रोथोम आलो—के कार्यालयों में आग लगा दी गई। हालात काबू से बाहर होते देख सुरक्षा बलों को मोर्चा संभालना पड़ा।
हादी की मौत की सूचना मिलते ही ढाका विश्वविद्यालय परिसर के पास शाहबाग चौराहे पर सैकड़ों छात्र और लोग इकट्ठा हो गए। प्रदर्शनकारियों ने “तुम कौन हो, मैं कौन हूं—हादी, हादी” जैसे नारे लगाए और सरकार के खिलाफ आक्रोश जताया।
गौरतलब है कि पिछले सप्ताह अज्ञात बंदूकधारियों ने चुनाव प्रचार के दौरान हादी के सिर में गोली मार दी थी, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गए थे। इसके बाद उन्हें इलाज के लिए सिंगापुर ले जाया गया था, जहां उन्होंने दम तोड़ दिया।
अंतरिम सरकार के प्रमुख मोहम्मद यूनुस ने हादी के हत्यारों को जल्द पकड़ने के लिए त्वरित कार्रवाई का भरोसा दिया है। उन्होंने एक दिन के राजकीय शोक की घोषणा करते हुए कहा कि इस जघन्य अपराध में शामिल लोगों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा और उन्हें जल्द न्याय के कटघरे में लाया जाएगा।
हादी की मौत के बाद बांग्लादेश के कई हिस्सों में हमले, आगजनी और तोड़फोड़ की घटनाएं सामने आई हैं। चटगांव में भारतीय सहायक उच्चायुक्त के आवास पर पत्थरबाजी की गई, जिसके बाद सुरक्षा बढ़ा दी गई। हालात पर काबू पाने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे और लाठीचार्ज किया। वरिष्ठ अधिकारियों ने भारतीय सहायक उच्चायुक्त की सुरक्षा को लेकर आश्वासन दिया है।

