झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सोमवार को राष्ट्रीय राजधानी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। प्रधानमंत्री कार्यालय ने एक्स पर पोस्ट किया, “झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की।” पांच महीने जेल में बिताने और जेल से रिहा होने तथा फिर से मुख्यमंत्री बनने के बाद यह उनकी पहली मुलाकात थी। आपको बता दें कि झारखंड में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने की संभावना है। इस चुनावी मौसम के बीच, झारखंड के मुख्यमंत्री की दिल्ली यात्रा और पीएम मोदी के साथ उनकी मुलाकात ने कई चर्चाओं को जन्म दिया है।
इससे पहले 13 जुलाई को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल और आप सांसद संजय सिंह ने झारखंड के मुख्यमंत्री सोरेन और उनकी पत्नी कल्पना सोरेन से उनके आधिकारिक आवास पर मुलाकात की थी। सोरेन ने राष्ट्रीय राजधानी में वरिष्ठ कांग्रेस नेता सोनिया गांधी से भी मुलाकात की। कांग्रेस और झामुमो इंडिया गुट में सहयोगी हैं और लोकसभा चुनाव साथ मिलकर लड़े थे। 8 जुलाई को, तीसरी बार झारखंड के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने के कुछ दिनों बाद, सोरेन ने राज्य विधानसभा के विशेष सत्र के दौरान फ्लोर टेस्ट जीता। हेमंत सोरेन ने अपने पक्ष में 45 विधायकों के वोट के साथ विश्वास मत जीत लिया।
अपनी गिरफ्तारी को लेकर हेमंत सोरेन लगातार केंद्र की मोदी सरकार पर हमलावा रहे हैं। वह भाजपा पर आदिवासियों को प्रताड़ित करने का आरोप लगाते रहे हैं। इसके साथ ही उन्होंने कहा है कि झारखंड से भाजपा का सफाया हो जाएगा। हालांकि इन सब के बीच उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात की है। मुलाकात की तस्वीर साझा करते हुए सीएम सोरेन ने कहा कि यह ‘प्रधानमंत्री के साथ शिष्टाचार मुलाकात’ थी। कथित भूमि घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा 31 जनवरी को गिरफ्तारी से पहले झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) के कार्यकारी अध्यक्ष ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था।
लगभग पांच महीने जेल में बिताने के बाद, उन्हें जमानत मिल गई और 4 जुलाई को फिर से मुख्यमंत्री बन गए। झारखंड उच्च न्यायालय ने उन्हें जमानत देते हुए कहा है कि प्रथम दृष्टया वह अपराध के लिए दोषी नहीं हैं और इस बात की कोई संभावना नहीं है कि जमानत पर रहते हुए वह कोई अपराध करेंगे। ऐसी खबर है कि झारखंड में विधानसभा चुनाव तय समय से दो महीने पहले अक्टूबर में हो सकते हैं। हरियाणा और महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव एक ही समय पर होने हैं। इन दोनों राज्यों में चुनाव से पहले वोटर लिस्ट को अपडेट और संशोधित करने की प्रक्रिया जिस शेड्यूल के तहत चल रही है, उसी शेड्यूल का पालन झारखंड में भी किया जा रहा है। इस आधार पर संकेत मिल रहे हैं कि झारखंड में भी चुनाव इन दोनों राज्यों के साथ होंगे।