
केंद्र सरकार ने पिछले तीन साल में देशभर के सभी सरकारी कार्यालयों द्वारा चलाये गये तीन विशेष स्वच्छता अभियानों में कबाड़ का निस्तारण कर 776 करोड़ रुपये की आय अर्जित की है। केंद्रीय कार्मिक राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह ने बुधवार को यह जानकारी दी। इस आय का एक बड़ा हिस्सा (176 करोड़ रुपये) इस समय चल रहे विशेष स्वच्छता अभियान-3 के पिछले 20 दिन में प्राप्त हुआ है। भारत के सभी सरकारी दफ्तरों में लागू विशेष अभियान के तीसरे सप्ताह की प्रगति की समीक्षा के बाद यहां संवाददाताओं को संबोधित करते हुए सिंह ने कहा कि तीन सप्ताह में कार्यालयों में करीब 86 लाख वर्ग फुट जगह खाली हुई है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की प्रेरणा से चलाये जा रहे स्वच्छता अभियान ने ‘कबाड़ से धन’ की अवधारणा के बारे में जागरुकता को बढ़ाया है। मंत्री ने कहा, ‘इसके अलावा अपशिष्ट सामग्री के पुनर्चकण्रऔर पुन: उपयोग के लिए नवाचार तथा प्रौद्योगिकी के अनुप्रयोग के बारे में बेहतर समझ विकसित हुई है।’ सिंह ने कचरे को समझदारी से अलग करने और उसका त्वरित निस्तारण करने के लिए कृत्रिम बुद्धिमत्ता, रोबोटिक्स और ड्रोन के इस्तेमाल की भी वकालत की। विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग, प्रौद्योगिकी विकास बोर्ड और वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान परिषद (सीएसआईआर) ने हाल ही में ‘रीसाइ¨क्लग ऑन व्हील्स’ बस को हरी झंडी दिखाई है, जो कचरे से धन उत्पन्न कर सकती है।

