मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन कहा कि 2025 तक झारखंड आत्मनिर्भर होगा. किसी के पैसों की जरूरत नहीं होगी. राज्य का एक लाख 36 हजार करोड़ बकाया है, लेकिन उसे नहीं दिया जा रहा है. इसे वापस लाने के लिए मजबूती के साथ लड़ाई लड़नी होगी. किसान आंदोलन से सीख लेने की जरूरत है. पशुधन योजना के तहत किसानों को भैंस भी दिया जाएगा. किसानों को सभी पशु बीमा सहित मिलेंगे, किसानों को मजबूत किया जा रहा है. सीएम शुक्रवार को पलामू पुलिस लाइन में आयोजित आपकी योजना आपकी सरकार आपके द्वार कार्यक्रम में बोल रहे थे. इस दौरान सीएम ने 99 करोड़ की 110 परियोजनाओं का उद्घाटन किया. 91 करोड़ की 92 योजना की आधारशिला रखी. ग्रामीणों के बीच करीब 67.8 करोड़ की परिसंपत्ति का वितरण मुख्यमंत्री के द्वारा किया गया. सीएम ने परिवार में शामिल सभी बच्चियों को सावित्री बाई फुले योजना से जोड़े जाने की भी घोषणा की.
शहर और गांव दोनों पर है नजर
सीएम ने कहा कि 2021, 2022 के बाद सरकार आपके द्वार के तीसरा चरण 2023 में शुरू हुई है. शहर और गांव दोनो पर नजर है. दुख की बात विपक्ष शिविर में नहीं जा रहे है, सभी को निमंत्रण किया जा रहा है, लेकिन वे शिविर में भाग नहीं ले रहे हैं. उन्होंने कहा कि आने वाले वक्त में ऐसे लोग जनता को क्या जवाब देंगे. उन्होंने कहा कि उनके पास पूंजीपतियों का जमावड़ा है. जब तक गांव का विकास नहीं होगा तब तक राज्य का विकास नहीं हो सकता. राज्य की सरकार गांव के विकास के लिए योजनाओं का संचालन कर रही है.
मजदूरों की समस्या पर राज्यों को भेजा गया है पत्र
झारखंड में मजदूरों को कहीं भी कोई परेशानी नहीं हो, इसके लिए एक दर्जन राज्यों को पत्र लिखा गया है. उत्तराखंड की तरह कई राज्यों में मजदूरों के साथ हादसे होते हैं, इसीलिए पत्र लिखा गया है. उत्तराखंड में मजदूरों को किस्मत ने बचा लिया, पैसा मजदूरों को खींच कर ले जाती है, लेकिन उन्हें रिस्क भी उठाना पड़ता है