नई दिल्ली। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सोमवार को राजधानी में सोलर पॉलिसी-2024 लांच कर दी। यह पॉलिसी लोगों को अपने घरों पर रूफ टॉप लगाने के लिए प्रोत्साहित करेगी। उन्होंने दावा किया है कि इस पॉलिसी के लागू होने से अगले तीन साल में दिल्ली में सोलर ऊर्जा की क्षमता बढ़कर तीन गुना यानी करीब 4500 मेगावाट हो जाएगी। मौजूदा समय में यह क्षमता करीब 1500 मेगावाट है। इससे पहले केजरीवाल सरकार सोलर पॉलिसी-2016 लेकर आई थी। संवाददाता सम्मेलन में मुख्यमंत्री ने दावा किया कि इससे प्रदूषण कम होगा। रूफ टॉप लगाने वाले उपभोक्ताओं का बिल शून्य हो जाएगा और उन्हें हर महीने कम से कम 700 से 900 रुपए की अतिरिक्त आमदनी होगी। खास बात यह है कि जिन लोगों की छत पर जगह कम है, उनके लिए भी सरकार सौर पैनल लगाने की व्यवस्था करेगी। केजरीवाल ने दावा किया कि दिल्ली में बिजली का प्रबंधन देश में सबसे बेहतर है। उनके साथ ऊर्जा मंत्री आतिशी एवं जस्मीन शाह भी मौजूद थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने अलग-अलग श्रेणी में सब्सिडी देने की नीति बनाई है। जो लोग अपनी छत पर सौर पैनल लगाएंगे, उनके प्रोजेक्ट की कीमत चार साल में शून्य हो जाएगी।
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि व्यावसायिक और औद्योगिक उपभोक्ताओं के बिल भी आधे हो जाएंगे। उन्होंने दावा किया है कि इस पॉलिसी से दिल्ली में महंगाई दर में कमी आएगी। केजरीवाल ने कहा है कि जब हम 2016 में पहली बार सोलर पॉलिसी लेकर आए थे, तब हमने देश में सोलर ऊर्जा की बुनियाद रखी थी। 2016 की पॉलिसी के तहत दिल्ली के अंदर अब तक करीब 1500 मेगावॉट सोलर पावर स्थापित हो गए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि सोलर पॉलिसी 2024 की सबसे बड़ी खासियत यह है कि इसके तहत जो लोग अपने घर की छत पर सोलर पैनल लगवाएंगे, उनका बिजली का बिल जीरो हो जाएगा।