नार्वे के साहित्यकार जॉन फॉसे को वर्ष 2023 के नोबेल साहित्य पुरस्कार से सम्मानित किये जाने की गुरुवार को घोषणा की गयी। फॉसे को यह पुरस्कार उनके नाटकों, उपन्यासों और बच्चों के लिए लिखी गयीं उनकी किताबों के लिए दिया जा रहा है। यह पुरस्कार देने वाली नोबेल साहित्य समिति के अध्यक्ष एंडर्स ओल्सन ने कहा कि श्री फॉसे को ‘नाव्रे की पृष्ठभूमि वाली उनकी उत्कृष्ट साहित्यिक रचनाओं’ के लिए नोबेल साहित्य सम्मान से सम्मानित करने का निर्णय लिया गया है।
फॉसे (64) ने इस पुरस्कार की घोषणा पर अपने प्रकाशक सैमलागेट के माध्यम से जारी अपनी प्रतिक्रिया में कहा , ‘मैं अभिभूत हूं, मैं इसे विशुद्ध- साहित्य साधना के लिए एक पुरस्कार के रूप में देखता हूं, जिसका सबसे पहले और सबसे महत्वपूर्ण उद्देश्य बिना किसी अन्य विचार के साहित्य होता है।’
फॉसे कविताएं भी लिखते हैं। उन्होंने लगभग 40 नाटकों के साथ-साथ कुछ उपन्यास, लघु कथाएँ, बच्चों के लिए साहित्यिक पुस्तकें, कविताएं और अनेक निबंध भी लिखे हैं। नोबेल सम्मान देने वाली स्वीडिश अकादमी ने कहा, ‘यह सम्मान उनके (फॉसे के) अनूठे नाटकों और गद्य के लिए है जो आम लोगों का आवाज देते हैं।’ वर्ष 2022 के लिए साहित्य का नोबेल पुरस्कार फ्रेंच लेखिका एर्नाक्स को दिया गया था। सुश्री एर्नाक्स 119 नोबेल साहित्य पुरस्कार विजेताओं में से सिर्फ 17वीं महिला थीं। साहित्य नोबेल पुरस्कार विजेता को 1.1 करोड़ स्वीडिश क्रोनर (लगभग 997,700 अमेरिकी डॉलर) दिये जाते हैं।
दिसंबर में पुरस्कार समारोह में विजेताओं को 18 कैरेट का स्वर्ण पदक और प्रशस्ति पा से नवाजा जाता है। इस पुरस्कार की धनराशि नोबेल पुरस्कार के संस्थापक और स्वीडिश आविष्कारक अल्फ्रेड नोबेल की वसीयत के तहत रखे गए धन से दी जाती है। आविष्कारक श्री नोबेल का वर्ष 1896 में उनका निधन हो गया था।