बहुत से लोगों को अपनी नाक पसंद नहीं आती। यह प्रवृत्ति महिलाओं और ग्लैमर र्वल्ड से जुड़े लोगों में आम होती है। खूबसूरत दिखने की चाह में वे अपनी नाक से संतुष्ट नहीं होते। आजकल युवा महिला हो या पुरुष अपनी नाक में कुछ न कुछ परिवर्तन कराना चाहते हैं। सर्जरी द्वारा नाक को सुडौल बनाने के बारे में तो आज लगभग सभी लोग जानते हैं लेकिन क्या बिना ऑपरेशन (सर्जरी) के भी नाक को सुंदर बनाया जा सकता है? वर्तमान समय में इस प्रश्न का उत्तर हां है। सहारा हास्पिटल के माइक्रोवैस्कुलर और प्लास्टिक सर्जरी विशेषज्ञ डॉ. अनुराग पांडे ने बताया कि आज प्लास्टिक सर्जन्स के पास ऐसे कई तरीके मौजूद हैं, जिनकी मदद से बिना ऑपरेशन किये भी नाक को सुधारकर सुडौल बनाया जा सकता है।
क्या है विधि
जिन लोगों की नाक निचले हिस्से में ज्यादा चौड़ी होती है लेकिन ऊपर का हिस्सा ठीक होता है उनको नाक का निचला हिस्सा थ्रेड्स के द्वारा संकरा किया जा सकता है। जिनकी नाक दबी हुई होती है (जैसे बाइंडर्स सिंड्रोम आदि) उनकी नाक को फिलर्स के द्वारा या थ्रेड्स डालकर उभार दिया जा सकता है। यदि नाक ऊंची-नीची दिखायी देती है (डिप्रेशनस इन नेसल डांर्सम) उनके गडढों की भी फिलर्स द्वारा भरा जा सकता है और नाक की सुडौल बना सकते हैं।
एनस्थीशिया की जरूरत नहीं पड़ती
ये सभी तरीके बिना एनस्थीशिया (बेहोश किए) दिए, बिना किसी चीर-फाड़ (सर्जरी) किए जा सकते हैं। इनके लिए मरीज को भर्ती करना भी आवश्यक नहीं होता है। 15 मिनट से 45 मिनट की प्रक्रिया के बाद मरीज अपने घर या अपने काम पर जा सकता है।
कोई साइड इफेक्ट नहीं
अनुभवी प्लास्टिक सर्जन्स द्वारा की गयी इन प्रक्रियाओं के बाद मरीजों की नाक पर सूजन के अलावा कोई और साइड इफेक्ट प्राय: नहीं होता और वो भी 2-5 दिनों में चली जाती है।