crossorigin="anonymous"> पोस्‍टल बैलट की गिनती पर कपिल सिब्‍बल ने उठाए सवाल, कहा- नए नियमों से हो सकता है वोटों का हेरफेर - Sanchar Times

पोस्‍टल बैलट की गिनती पर कपिल सिब्‍बल ने उठाए सवाल, कहा- नए नियमों से हो सकता है वोटों का हेरफेर

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नई दिल्‍ली. कांग्रेस के वरिष्‍ठ नेता और सीनियर एडवोकेट कपिल सिब्‍बल ने पोस्‍टल बैलट की गिनती को लेकर नियमों में किए गए बदलाव पर सवाल उठाए हैं. उन्‍होंने कहा कि इससे वोटों की गिनती में हेरफेर करना आसान हो जाएगा. कपिल सिब्‍बल ने कहा कि राजनीतिक दलों के एजेंट को मतगणना केंद्र पर फार्म फॉर्म 17C को देखना चाहिए कि कितने वोट कास्ट हुए हैं. इसके अलावा मतगणना से जुड़े फॉर्म पर हर चीज का ध्यान देना चाहिए. बता दें कि पोस्‍टल बैलट की गिनती से जुड़े नियमों में कुछ बदलाव किए गए हैं. चुनाव आयोग ने इसको लेकर विस्‍तृत गाइलाइन जारी किया है.

नियमों के मुताबिक पोस्टल बैलट की काउंटिंग अंतिम राउंड से पहले हो जाएगी, लेकिन चुनाव आयोग ने अपने गाइडलाइंस में बदलाव किया है. चुनाव आयोग ने प्रशासनिक आदेश के तहत बताया कि अब पोस्टल पायलट कभी भी काउंट हो सकते हैं. कपिल सिब्‍बल ने कहा कि पहले से पोस्टल बैलट की संख्या अधिक हुई है, इसलिए कम मत जीत-हार वाले चुनाव क्षेत्र में पोस्टल बैलट की काउंटिंग को मैनिपुलेट किया जा सकता है. उन्‍होंने संदेह जताया कि नियमों में बदलाव के बाद वोटों की गिनती में हेफेर किया जा सकता है.

इंडिया ब्‍लॉक के बड़े नेताओं की आज अहम बैठक होने वलाी है. कांग्रेस के राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के आवास पर यह महत्‍वपूर्ण बैठक होगी. बताया जा रहा है कि इस बैठक में इंडिया ब्‍लॉक के बड़े नेता हिस्‍सा लेंगे. इस बैठक में लोकसभा चुनाव के मतगणना पर चर्चा होगी. इस अहम मीटिं में आरजेडी से तेजस्वी यादव, NCP शरद गुट से शरद पवार, AAP से अरविंद केजरीवाल, डीएमके से टीआर बालू, झामुमो से CM चंपई सोरेन, नेशनल कांफ्रेंस से फारूक अब्दुल्ला, पीडीपी से महबूबा मुफ्ती और शिवसेना (UBT) से अनिल देसाई हिस्सा लेंगे.

एग्जिट पोल आज
लोकसभा चुनाव के सातवें और आखिरी चरण का मतदान आज (1 जून को) संपन्न हो जाएगा. वोटिंग के ठीक बाद एग्जिट पोल के रिजल्ट जारी होंगे. भारत में साल 1957 यानी दूसरे लोकसभा चुनाव से एग्जिट पोल की शुरुआत हुई थी. पहली बार इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ पब्लिक ओपिनियन ने सर्वे किया था. उसके बाद से लगभग हर चुनाव में एग्जिट पोल होते हैं. हालांकि, एग्जिट पोल रिजल्ट कई बार बिल्कुल सटीक होते हैं तो कई बार वास्तविक रिजल्ट से बिल्कुल उलट भी होते हैं.


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