पांच दशक से भी अधिक समय पहले दक्षिण एशियाई राष्ट्र के जन्म के बाद से कुछ सबसे खराब हिंसा में अधिक लोग मारे गए थे। बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने सोमवार को इस्तीफा दे दिया और देश छोड़ दिया। पीएम पद से इस्तीफा देने के बाद शेख हसीना भारत का रुख कर रही हैं। बीबीसी बांग्ला की रिपोर्ट के अनुसार, उनके हेलीकॉप्टर के अगरतला में उतरने की संभावना है। स्थानीय मीडिया ने बताया कि हिंसक विरोध प्रदर्शन के कारण सुरक्षा चिंताओं के बीच पीएम शेख हसीना देश छोड़कर भाग गई हैं। हजारों बांग्लादेशी प्रदर्शनकारियों ने सोमवार को ढाका में प्रधान मंत्री शेख हसीना के महल पर धावा बोल दिया, जब एक सूत्र ने एएफपी को बताया कि वह अपने पद छोड़ने की मांग को लेकर हो रहे सामूहिक प्रदर्शनों से भाग गई थीं। बांग्लादेश के चैनल 24 ने राजधानी में प्रधानमंत्री के आधिकारिक आवास में भीड़ की तस्वीरें प्रसारित कीं, जो जश्न मनाते हुए कैमरे की ओर हाथ हिला रही थीं।
थल सेनाध्यक्ष जनरल वेकर-उज़-ज़मान दोपहर राष्ट्र को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि हम लोग एक सुंदर भविष्य की ओर अग्रसर होंगे। हमने सभी नेताओं से बातचीत की है। सभी उपस्थित थे। हमने एक अच्छी बातचीत की है। हमें लगता है कि जो बातचीत हुई है वो सफल होगी। प्रधानमंत्री शेख हसीना ने इस्तीफा दिया है। एक अंतरिम सरकार का गठन कर शासन होगा। सेना चीफ ने शांति बनाए रखने की अपील की है। लोग मारे जा रहे हैं। इन सब से दूर रहकर मेरी सहायता करे। मुझे दायित्व दीजिए मैं सब संभाल लूंगा।
गौरतलब है कि अवामी लीग, छात्र लीग और जुबो लीग के कार्यकर्ताओं ने उनका विरोध किया तथा फिर दोनों पक्षों के बीच झड़प हुई। प्रदर्शनकारी सरकारी नौकरियों में आरक्षण व्यवस्था के मुद्दे को लेकर हसीना का इस्तीफा मांग रहे हैं। बांग्ला के प्रमुख समाचार पत्र ‘प्रोथोम आलो’ ने बताया कि रविवार को हुई झड़पों में 14 पुलिसकर्मियों समेत कम से कम 101 लोगों की मौत हो गयी। हिंसा के कारण प्राधिकारियों को मोबाइल इंटरनेट बंद करना पड़ा और पूरे देश में अनिश्चितकाल के लिए कर्फ्यू लागू करना पड़ा।