नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी ने बुधवार को राहुल गांधी पर निशाना साधने के लिए कांग्रेस और चीनी कम्युनिस्ट पार्टी (सीसीपी) के बीच 2008 के एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) का मुद्दा उठाया और सवाल किया कि क्या इसी समझौते की वजह से उन्हें भारत के हितों के खिलाफ काम करने तथा भारतीय सुरक्षा बलों के मनोबल को ठेस पहुंचाने की जरूरत पड़ती है।
भाजपा प्रवक्ता गौरव भाटिया का यह बयान राहुल के उस आरोप को दोहराने के कुछ घंटे बाद आया है, जिसमें उन्होंने कहा था कि लद्दाख गतिरोध के शुरुआती हफ्तों के दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का यह कहना कि चीन ने भारतीय क्षेत्र के किसी भी हिस्से पर कब्जा नहीं किया है, ‘पूरी तरह झूठ’ है।
भाटिया ने कहा कि जवाहरलाल नेहरू के प्रधानमंत्री रहने के दौरान चीन ने भारत की 43,000 वर्ग किलोमीटर से अधिक जमीन पर कब्जा कर लिया था। उन्होंने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष से सवाल किया कि क्या वह देश के प्रथम प्रधानमंत्री को ‘गद्दार’ मानते हैं। भाजपा नेता ने कहा कि राहुल ने हाल में ‘गद्दार’ शब्द का इस्तेमाल उन लोगों के लिए किया था, जिन्होंने ‘भारत माता का एक हिस्सा’ चीन को दे दिया। भाटिया ने कहा कि राहुल को कांग्रेस और सीसीपी के बीच हस्ताक्षरित एमओयू के विवरण का खुलासा करना चाहिए।
उन्होंने कहा कि ऐसा दावा किया जा रहा कि समझौते के अनुसार उन्हें (राहुल) भारत के खिलाफ ‘जासूसी’ करने और भारतीय सुरक्षा बलों का मनोबल तोड़ने की आवश्यकता है। भाटिया ने सवाल किया कि क्या इस एमओयू के तहत ही उन्हें एक ऐसे प्रधानमंत्री का मजाक उड़ाने की जरूरत पड़ती है, जो हर नागरिक के लिए सुरक्षा कवच है और जिन्होंने वि में भारत का मान बढाया है। यह उल्लेख करते हुए कि चीन ने राजीव गांधी फाउंडेशन को भी दान दिया था, भाटिया ने सवाल किया कि क्या यह ‘रित’ भारत के खिलाफ उनके बयानों का कारण है। उन्होंने जोर देकर कहा कि मोदी का नेतृत्व रहने के दौरान भारत की एक इंच जमीन पर कब्जा करने की कोई भी हिम्मत नहीं कर सकता। भाटिया ने कहा कि भारत के लोग 2024 के लोकसभा चुनावों में उन्हें फिर से आशीर्वाद देंगे और भाजपा बड़े जनादेश के साथ सत्ता में बनी रहेगी। (भाषा)