भाजपा ने शनिवार (2 मार्च) को आगामी आम चुनावों के लिए 195 लोकसभा सीटों पर उम्मीदवारों की पहली सूची की घोषणा की, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का एक बार फिर वाराणसी से चुनाव लड़ना इस सूची का मुख्य आकर्षण है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को एक बार फिर गांधीनगर से मैदान में उतारा गया है और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह लखनऊ से लड़ेंगे। सूची में 34 केंद्रीय मंत्री और राज्य मंत्री और मौजूदा लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला भी शामिल हैं। भाजपा उम्मीदवारों की सूची में रमेश बिधूड़ी, प्रवेश वर्मा, मीनाक्षी लेखी, हर्षवर्धन का दिल्ली की लोकसभा सीट से; साध्वी प्रज्ञा ठाकुर का भोपाल से टिकट कटा है।
बीजेपी की पहली सूची में जगह नहीं बनाने वाले नेता
- भोपाल से आलोक शर्मा को प्रज्ञा सिंह ठाकुर की जगह लाया गया।
- नई दिल्ली से मीनाक्षी लेखी की जगह बांसुरी स्वराज ने ले ली।
- दक्षिणी दिल्ली से रमेश बिधूड़ी की जगह रामवीर सिंह बिधूड़ी को टिकट दिया गया है।
- दिल्ली चांदनी चौक से डॉ. हर्ष वर्धन की जगह प्रवीण खंडेलवाल को टिकट दिया गया है।
- पश्चिमी दिल्ली से परवेश वर्मा की जगह कमलजीत सहरावत को टिकट दिया गया है।
- विदिशा से शिवराज सिंह चौहान की जगह रमाकांत भार्गव को टिकट दिया गया है।
- गुना से ज्योतिरादित्य सिंधिया को कृष्ण पाल सिंह यादव की जगह टिकट दिया गया है।
- तिरुवनंतपुरम से कुम्मनम राजशेखरन की जगह राजीव चन्द्रशेखर को लाया गया।
इससे पहले पूर्व मंत्री और हजारीबाग से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद जयंत सिन्हा ने शनिवार को कहा कि उन्होंने पार्टी अध्यक्ष जे पी नड्डा से प्रत्यक्ष चुनावी कर्तव्यों से उन्हें मुक्त करने का अनुरोध किया है और इसी के साथ वह आगामी लोकसभा चुनाव नहीं लड़ने वाले नेताओं में शामिल हो गए हैं। सिन्हा ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा कि वह आर्थिक और शासन संबंधी मुद्दों पर पार्टी के साथ काम करना जारी रखेंगे। कहा जा रहा है कि भाजपा कई नए नेताओं को टिकट देने पर विचार कर रही है और कुछ अन्य मौजूदा सांसदों ने भी पार्टी से कहा है कि वे अन्य संगठनात्मक कार्यों पर ध्यान केंद्रित करना चाहेंगे। इससे पहले दिन में भाजपा के पूर्वी दिल्ली से सांसद गौतम गंभीर ने भी कहाकि उन्होंने पार्टी से उन्हें राजनीतिक कर्तव्यों से मुक्त करने के लिए कहा है ताकि वह अपनी आगामी क्रिकेट प्रतिबद्धताओं पर ध्यान केंद्रित कर सकें।