
मुजफ्फरपुर। जिले के गायघाट प्रखंड के भटगामा गांव स्थित बागमती नदी में बृहस्पतिवार को सुबह 32 स्कूली छात्रों को ले जा रही एक नाव अनियंत्रित होकर डूब गयी। स्थानीय गोताखोरों और ग्रामीणों के सामूहिक प्रयास से 18 बच्चों को नदी से बाहर निकालकर अस्पताल पहुंचाया गया, जबकि 12 से 14 बच्चे लापता बताये गये हैं। जिले में मुख्यमंत्री के कार्यक्रम के बीच ही हुई इस नाव दुर्घटना की खबर मिलते ही प्रशासनिक अधिकारियों के होश उड़ गये।
एसडीआरएफ की टीम के साथ आनन फानन में घटनास्थल पर पहुंचे डीएम प्रणव कुमार सहित कई पुलिस अधिकारियों ने घटना की जानकारी ली। जिला प्रशासन ने ग्रामीणों द्वारा दी गई जानकारी के आधार पर लगभग एक दर्जन बच्चों के लापता होने की बात कही है। प्रशासन का कहना है कि बच्चों की संख्या को लेकर फिलहाल स्थिति स्पष्ट नहीं हुई है। बताया जाता है कि हर दिन की तरह गुरुवार को भी भटगामा सहित आसपास के गांवों के बच्चे पढ़ने के लिए नाव पर सवार होकर बलौर हाईस्कूल जा रहे थे। नाव पर क्षमता से अधिक लोग सवार थे, जिसके कारण उसकी रस्सी टूट गई और कई बच्चे नदी में गिर पड़े। इस बीच, पूरी नाव असंतुलित खोकर नदी में डूब गई, जिससे उसपर सवार सभी बच्चे भी नदी में गिर गये। घटना के तुरंत बाद स्थानीय लोगों और गोताखोरों ने लगभग 18 बच्चों को नदी से बाहर निकाला, जबकि 12 से 14 बच्चे लापता बताये गये। मौके पर पहुंचे पुलिस अधिकारी ने बताया कि नाव पर कितने लोग सवार थे और कितने बच्चे लापताहैं, स्पष्ट रूप से उनकी संख्या की पुष्टि नहीं हो पाई है, लेकिन ग्रामीणों द्वारा 12 से 14 बच्चों के लापता होने की जानकारी दी गयी है।, उधर मौके पर पहुंचे जिलाधिकारी प्रणव कुमार ने ग्रामीणों से पूरी घटना की जानकारी लेते हुए कहा कि लापता बच्चों की तलाश के लिए एसडीआरएफ की टीम को लगाया गया है। साथ ही उनकी वास्तविक संख्या की जानकारी भी पुख्ता की जा रही है। वहीं, स्थानीय निवासी राकेश कुमार ने बताया कि नाव पर क्षमता से अधिक बच्चों को बैठाया गया था।

इस कारण नदी के बीच में पहुंचने पर वो डगमगाने लगी। फिर नाव अनियंत्रित होकर पलट गई। नाविक और उसके सहयोगी ने पहले कुछ बच्चों को बचा लिया। इसके बाद स्थानीय लोग भी नदी में कूदे और किसी तरह कुछ बच्चों को बाहर निकाला गया। बाकी बच्चों की तलाश जारी है। वहीं, खबर मिलने के साथअपने बच्चों को खोजते हुए रोते-बिलखते परिजनों का घटनास्थल पर पहुंचने का सिलसिला भी शुरू हो गया। वहां सैकड़ों लोगों की भीड़ के साथ जिला प्रशासन और पुलिस के कई अधिकारी भी जमा थे।
