नयी दिल्ली। वैवाहिक विज्ञापन साइट के जरिए साइबर धोखाधड़ी के मामले हों या छेड़छाड़ की शिकायत या फिर मेट्रो में महिलाओं के लिए आरक्षित सीट को लेकर विवाद हो, दिल्ली की महिला हेल्पलाइन 181 पर जुलाई से नवंबर 2024 के बीच 2.41 लाख से अधिक फोन कॉल आईं।
पूर्व में दिल्ली महिला आयोग द्वारा प्रबंधित इस हेल्पलाइन को दो जुलाई, 2024 को महिला एवं बाल विकास (डब्ल्यूसीडी) विभाग ने अपने नियंतण्रमें लिया था। महिला आयोग द्वारा इसे अपने नियंतण्रमें लेने के पहले दो दिनों के भीतर हेल्पलाइन पर 1,024 कॉल दर्ज की गईं, जो जनता की सहभागिता में तीव्र वृद्धि को दर्शाता है।
आंकड़े दर्शाते हैं कि आम शिकायतों में छेड़छाड़, ऑटो चालकों से विवाद और मेट्रो में महिलाओं के लिए आरक्षित सीट को लेकर विवाद जैसे मुद्दे शामिल हैं। कुल फोन कॉल में से 8,560 मामले औपचारिक रूप से दर्ज किए गए, जिनमें से 146 का समाधान हो चुका है, जबकि शेष मामलों की अभी जांच हो रही है। शिकायतें मुख्य रूप से घरेलूंिहसा, यौन उत्पीड़न, साइबर धोखाधड़ी और शारीरिक शोषण से संबंधित हैं।
एक अधिकारी ने बताया कि कॉल में वृद्धि सुरक्षा मुद्दों को लेकर बढती सार्वजनिक जागरूकता को दर्शाती है। अधिकारी ने कहा, ‘‘हमें अक्सर मेट्रो में महिलाओं के लिए आरक्षित सीट पर किसी पुरुष के कब्जा करने, ऑटो चालकों द्वारा खराब तरीके से बात करने, मौखिक र्दुव्यवहार करने या अजनबियों द्वारा अनुचित टिप्पणियों के बारे में फोन आते हैं। महिलाएं अपने लिए उपलब्ध सहायता के बारे में जानकारी मांगती हैं।’’ अधिकारियों ने महिलाओं को निशाना बनाकर किए जाने वाले साइबर धोखाधड़ी के मामलों में भी वृद्धि देखी।
उन्होंने कहा कि वैवाहिक विज्ञापन साइट के माध्यम से साइबर धोखाधड़ी का मामला विशेष रूप से चुनौतीपूर्ण था। यह हेल्पलाइन पारंपरिक और उभरती सुरक्षांिचताओं का समाधान करने के साथ-साथ जरूरतमंद लोगों को समय पर और प्रभावी तरीके से मामले में कार्रवाई सुनिश्चित करती है।